अंतिम दर्शन के लिए तरस रही है पासवान की पत्नी, अब तक नहीं किया है अन्न-जल, रो-रोकर बुरा हाल

कहने के लिए उसका पति किसी राजकुमार से कम ना था। पहले डीएसपी बना फिर विधायक। सांसद से मंत्री बना और राज पाट के रंग रभस में रमकर उसे भूल गया। जी हम बात कर रहे हैं रामविलास पासवान और उनकी पत्नी राजकुमारी देवी का। वहीं राजकुमारी देवी जिसने साहेब की निधन के बाद अब तक अन्न ​जल ​नहीं किया है। उसकी इच्छा है कि वह अपने पति का अंतिम दर्शन कर सकें। खबर लिखे जाने तक इस पटना जिला प्रशासन की ओर से इस बात की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है कि पासवान की अंतिम यात्रा में राजकुमारी देवी शामिल होंगी या नहीं। कल उनकी बेटी और दामाद को पटना एयरपोर्ट प्रशासन ने जाने से रोक दिया। नियम का हवाला देकर जब पूर्व एमपी पप्पू यादव को रोका जा सकता है तो राजकुमारी देवी तो अब मात्र एक मसोमात जनानी है।

आज पटना के दीघा घाट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। कल पहले पटना एयरपोर्ट, फिर विधान सभा और उसके बाद लोजपा कार्यालय में उनके पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ रखा गया। मीडिया से बात करते हुए उनके छोटे भाई पशुपति पारस ने मोदी सरकार से मांग करते हुए कहा कि उन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए। बाबा साहेब भीम राव अंबेदकर के बाद वे देश के सबसे बड़े दलित नेता थे। उनके जैसा नेता अगले एक हजार साल में नहीं होगा। दलितों के लिए बाबा साहेब भीम राव के बाद उन्होंने सबसे ज्यादा काम किया। मेरे लिए वहा गार्जियन के साथ साथ भाग्य विधाता थे।

इससे पहले वायुसेना के विशेष विमान से शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे दिल्ली से पटना लाया गया, जहां स्टेट हैंगर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पासवान के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लोजपा कार्यालय में रखा गया है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने शुक्रवार को नई दिल्ली में 12 जनपथ स्थित उनके आवास पर जाकर पासवान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिराग पासवान के कंधे पर हाथ रखकर ढाढस बंधाया। 74 वर्षीय रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

पटना एयरपोर्ट से पासवान के पार्थिव शरीर को लोजपा कार्यालय लाया गया, जहां उनके नाते-रिश्तेदारों समेत लोजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर पासवान की धर्मपत्नी रीना पासवान, पुत्र चिराग पासवान, भतीजा प्रिंस राज के अलावा भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय कानून और सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद थे।

लोजपा के मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने बताया कि शनिवार को सुबह आठ बजे लोजपा कार्यालय से दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर को श्रीकृष्णपुरी स्थित उनके निजी आवास पर भी ले जाया जाएगा, जहां से उनकी अंतिम यात्रा दीघा के जनार्दन घाट के लिए शुरू होगी।

लोकजन शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का आठ अक्टूबर को निधन हो गया। जिसके बाद उनके सम्मान में आज राजधानी की विभिन्न इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहे।

मंत्रिमंडल सचिवालय के आदेश पर पासवान के सम्मान में ध्वज आधे झुकाए गए। विभाग ने आदेश में कहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री का जहां अंतिम संस्कार होगा वहां अंत्येष्टि के दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। मंत्रिमंडल सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।

राम विलास पासवान के निधन पर बिहार में शोक की लहर है। पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव, सीएम नीतीश कुमार, व उनके मंत्रिमंडल के सदस्‍यों, बिहार से जुड़े केंद्रीय नेताओं, बिहार के जनप्रतिनिधियों व नेताओं तथा गणमान्‍य लोगों ने शोक व्‍यक्‍त किया है।

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