बिहार में दुर्गा पूजा पर रोक, इस बार ना मेला ना पंडाल, घर घर विराजेगी मां, आदेश जारी

पटना में कई पूजा समितियां 50 साल से अधिक पुरानी हैं। एक-एक समिति पूजा में 40 से 5 लाख रुपये तक खर्च कर देती है, लेकिन इस बार सन्नाटा पसरा रहेगा।

पटना : भगवती इस बार घर-घर तो आएंगी, पर पंडालों में नहीं विराजेंगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने पूजा पंडाल और मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है। लोग घरों में ही देवी की पूजा करेँगे। हर साल की तरह इस बार न तो पंडाल सजेंगे, न प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।

जिला जनसंपर्क पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने रविवार को बताया कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार किसी भी आयोजन में 400 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। मेला लगा और पंडाल बनाए गए तो इसका पालन कराना मुश्किल हो जाएगा। इसे देखते हुए जिलाधिकारी कुमार रवि ने पूजा पंडाल और मेला के आयोजन
की इजाजत नहीं दी है।

डुर्गापूजा के आसपास ही जिले में पूरा ध्यान चुनाव पर लगा सकेगा। विधानसभा चुनाव भी है। प्रथम चरण पटना जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों के मतदान की तिथि विजयादशमी के में प्रथम चरण में चुनाव होना है। बाद है, लेकिन इससे पहले प्रशासन मोकामा, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज और को तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करना बिक्रम विधानसभ क्षेत्र में पहले चरण होगा। मेला नहीं लगने से प्रशासन में मतदान होगा। पटना शहरी क्षेत्र में द्वितीय चरण में मतदान होना है।

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