अमित शाह को प्रशांत किशोर का दो टूक जवाब, कहा-बिहार में नहीं लागू होगा NRC
बिहार में नहीं लागू होगा NRC, प्रशांत किशोर ने अमित शाह को दे दिया जवाब
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार (Poll Strategist) प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (National Register of Citizens/NRC) के मामले में बिना नाम लिए बीजेपी (BJP) पर हमला बोला है. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बुधवार को असम की तर्ज पर पूरे देश में एनआरसी (NRC) तैयार करने की कवायद किए जाने के बयान के बाद प्रशांत किशोर ने यह टिप्पणी की है.
कई राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनावी रणनीतिकार का काम कर चुके प्रशांत किशोर प्रशांत ने ट्वीट कर कहा कि 15 से अधिक राज्यों में गैर-बीजेपी मुख्यमंत्री हैं और ये ऐसे राज्य हैं जहां देश की 55 फ़ीसदी से अधिक जनसंख्या है. उन्होंने आगे कहा कि आश्चर्य यह है कि उनमें से कितने लोगों से एनआरसी पर विमर्श किया गया और कितने अपने-अपने राज्यों में इसे लागू करने के लिए तैयार हैं!
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बता दें कि बुधवार को संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर कहा कि एनआरसी को पूरे देश में लागू किया जाएगा.
@PrashantKishor : 15 plus states with more than 55% of India’s population have non-BJP Chief Ministers. Wonder how many of them are consulted and are on-board for NRC in their respective states!!
2014 में पीएम मोदी के रणनीतिकार रहते हुए प्रशांत किशोर ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी थी. उन्होंने 2015 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के लिए चुनावी रणनीति बनाई थी. साल 2017 में उत्तर प्रदेश में हुए चुनाव में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार की थी, लेकिन तब इस चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था.
प्रशांत किशोर ने इस साल आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की जीत में बड़ी भूमिका निभाई है. किशोर की रणनीति से आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू नायडू सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया. वाईएसआरसीपी ने लोकसभा की 25 में से 22 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं विधानसभा चुनाव में भी 175 में से 151 सीटों पर फतह हासिल की. कांग्रेस से अलग होने के बाद 2011 में जगन मोहन रेड्डी ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी बनाई थी.