अभी-अभी : PM मोदी ने देश को किया संबोधित, कहा—कोरोना को हराने के लिए मिशन मोड में किया जा रहा काम

PATNA : कोरोना के इस महमारी में एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने ​कहा कि कोरोना में वैक्सीन रामबाण है। यहीं कारण है कि विश्वभर में इसकी मांग है। अगर मेड इन इंडिया वैक्सिन ना होता तो क्या हाल होता। आज से पहले भारत को वैक्सिन प्राप्त करने में दशकों लग जाता था। जब पूरी दुनिया में वैक्सीनेशन हो जाता था तब तक भारत में योजना शुरू भी नहीं होता था। 2014 में वैक्सिनेशन का कवरेज सिर्फ 60 परसेंट के आस पास था। यह बहुत चिंता की बात थी। मिशन तेज से चले इसके लिए मिशन इंद्रधनुष का शुभारंभ किया गया। इसके तहत मिशन मोड में काम करके सभी लोगों को वैक्सिन देने का प्रयास किया गया।

पिछले संदेश में मोदी ने कही थीं ये 5 बातें

  1. 20 अप्रैल 2021 को मोदी ने कहा था- साथियों! आज की स्थिति में हमें देश को लॉकडाउन से बचाना है। मैं राज्यों से भी अनुरोध करूंगा कि वे लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है।
  2. नवरात्रि, रामनवमी और रमजान को लेकर कहा था- मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का हम सभी काे यही संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें। कोरोना से बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया उनका शत-प्रतिशत पालन करें। दवाई भी, कड़ाई भी। रमजान हमें धैर्य, संयम, अनुशासन की सीख देता है। कोरोना से जंग में अनुशासन की भी उतनी ही जरूरत है। जब जरूरी हो, तभी बाहर निकलें।
  3. कोरोना के खिलाफ देश आज फिर एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है। दूसरी लहर तूफान बनकर आ गई। जो पीड़ा आप लोगों ने सही है, जो पीड़ा सह रहे हैं, उसका मुझे पूरा एहसास है। जिन लोगों ने बीते दिनों में अपनों को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
  4. देश के सभी डॉक्टरों, मेडिकल-पैरा मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मी, एंबुलेंस के ड्राइवर, सुरक्षाबल, पुलिसकर्मी सभी की सराहना करूंगा। आपने कोरोना की पहली लहर में भी अपना जीवन दांव पर लगाया था। आज आप फिर दिन-रात जुटे हुए हैं।
  5. इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्सों में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर, सभी की पूरी कोशिश है कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले। ऑक्सीजन प्रोडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं।

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