मर जाएंगे लेकिन बिल का समर्थन नहीं करेंगे, रेल पटरी जाम, PM मोदी को किसानों की अंतिम चेतावनी

कृषि बिलों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज भारत बंद बुलाया है। प्रदर्शन में पंजाब और हरियाणा के किसान शामिल होने जा रहे हैं। इसके अलावा देश के 31 किसान संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) भी भारत बंद का समर्थन कर रहा है। किसान मजदूर संघर्ष समिति ने 24 से 26 सितंबर तक रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है। इसके कारण कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। किसान कई जगह रेल लाइनों पर बैठ गए हैं। पंजाब के किसानों ने कहा है कि सरकार अगर उनकी बात नहीं मानती है तो 1 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए रेल यातायात ठप किया जाएगा।

कृषि विधेयक के विरोध में किसानों का प्रदर्शन शुरू हो गया है। किसानों ने सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बंद का आह्वान किया हुआ है। सिरसा, कुरुक्षेत्र और अंबाला जिले में प्रदर्शन शुरू हो गया है। इस दौरान सड़कों जाम करने और रेल रोकने का कार्यक्रम रखा गया है। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने आह्वान किया है कि तीनों बिलों के विरोध में किसान आंदोलन करेंगे।

जहां पर किसान संगठनों की ताकत होगी, वहां रोड जाम किया जाएगा, जहां पर संख्या कम होगी वहां धरना प्रदर्शन और जुलूस निकाले जाएंगे। वहीं हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। परंतु कानून किसी को नहीं तोड़ने दिया जाएगा। कहीं भीड़ इकट्ठा की जाती है तो उसके लिए परमिशन लेनी होगी, जिसमें आयोजक का नाम भी बताना होगा।

कोविड-19 के नियमों का पालन करना होगा। किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। विज ने डीजीपी को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस व्यवस्था की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा कि संपूर्ण स्थिति से निपटते हुए आमजन की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।

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