अभी-अभी : चमकी बुखार से मर रहे बच्चों पर बोले पीएम मोदी, कहा- यह हमारे सरकार की विफलता है
लोकसभा और राज्यसभा (Rajya Sabha) में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बुधवार को राज्यसभा में अपना जवाब दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के प्रकोप का मुद्दा उठाया। इसके कारण होने वाली मौतों को शर्मिंदगी बताते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारे सरकार की विफलता है। मैं बिहार सरकार के संपर्क में हूं।
प्रधानमंत्री ने एक के शेर के जरिए विपक्ष पर तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘धूल चेहरे पर थी आईना साफ करता रहा…।‘ प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘अपनी गलतियों का श्रेय कांग्रेस को लेना चाहिए। एनआरसी हमारे लिए वोटबैंक का मुद्दा नहीं। एनआरसी लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा हमने बनाई। गुलाम नबी आजाद पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ‘गुलाम नबी जी कुछ दिन गुजारिए गुजरात में।’
झारखंड में मॉब लिंचिंग पर प्रधानमंत्री ने दुख जताया। युवक की हत्या का दुख हम सबको है, मुझे भी है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। अपराध के लिए कानून और न्याय व्यवस्था है। क्या झारखंड को लिंचिंग फैक्ट्री कहना शोभा देता है। लिंचिंग के लिए पूरे झारखंड को कठघरे में खड़ा करना ठीक नहीं। हिंसा की घटनाओं को तेरा-मेरा न किया जाए। हर तरह की हिंसा पर एक तरह का रवैया होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने न्यू इंडिया के विरोध पर हैरानी व्यक्त करते हुए सवाल किया- क्या हमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थन वाला ओल्ड इंडिया चाहिए, जल–थल-नभ में घोटाला करने वालों को ओल्ड इंडिया चाहिए, क्या इंस्पेक्टर राज वाला ओल्ड इंडिया चाहिए। मैं न्यू इंडिया का विरोध देकर हैरान हूं देश के लोगों को निराशा में न धकेलें। न्यू इंडिया का मकसद देश को आगे ले जाना है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जीएसटी का विरोध, ईवीएम का विरोध, डिजिटल पेमेंट का विरोध, हर चीज में विपक्ष नकारात्मकता दिखाता है। आप जब थे तो आधार महान हम आए तो आधार बेकार। आधार के खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं। आने वाले 5 साल में सबक सीखने का सबको अवसर मिला है। मुद्दों से भागना ठीक नहीं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर हमला किया और चुनाव में इवीएम के इस्तेमाल पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा,’ ईवीएम के खिलाफ माहौल बनाया गया हम भी मानने लग गए थे कि ईवीएम गड़बड़ है। इवीएम को हमने नहीं कांग्रेस ने स्वीकृति दी। कांग्रेस हार स्वीकार भी नहीं कर पा रही है। वीवीपैट ने एक बार फिर ईवीएम की ताकत बढ़ा दी।’ प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ‘क्या वायनाड रायबरेली में लोकतंत्र हार गया। कांग्रेस हारी तो क्या देश हार गया। ऐसा कहना कि लोकतंत्र हार गया, लोकतंत्र का अपमान है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और पीयूष गोयल राज्यसभा में कई बिल भी पेश करेंगे।
मंगलवार को लोकसभा में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को आपातकाल और तीन तलाक पर घेरा, साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा 2 जी और कोल घोटाला पर किए गए सवाल का भी जवाब दिया।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम कानून से चलने वाले लोग हैं और किसी को जमानत मिली है तो वह इसका आनंद ले, लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, हमें गलत रास्ते पर जाने की जरूरत नहीं है। पीएम मोदी ने संबोधन खत्म होने के बाद सभी सांसदों से प्रस्ताव को पारित करने की अपील की। प्रस्ताव पर लाए गए सभी संशोधन ध्वनिमत से खारिज हो गए। स्पीकर ने सभी संशोधनों को अस्वीकार कर दिया।