लॉकडाउन के कारण दो दिनों से भूखा था शमशाद का परिवार, PMO को किया फोन तो एक घंटे में मिली मदद

Patna: कोरोना के कारण लॉकडाउन (Lockdown) में दो दिनों से भूख-प्यास से बेहाल शमशाद ने जब पीएमओ (PMO) को फोन कर मदद मांगी तो महज एक घंटे मे ही थाना प्रभारी राहत सामग्री लेकर शमशाद के घर पर हाजिर हो गये. पीएमओ से इतनी जल्दी मदद मिलने से शमशाद का पूरा परिवार प्रधानमंत्री को शुक्रिया कह रहा है.

लॉकडाउन के कारण बंद है फेरी का काम

पूर्णिया के जलालगढ हाई स्कूल के पास सरकारी जमीन पर शमशाद औऱ उसकी पत्नी जिया खातून दो बच्चों के साथ रहते हैं और फेरी का काम कर गुजर बसर करते है. कोरोना के चलते लॉकडाउन में उनका फेरी का कारोबार ठप हो गया है. ऐसे में शमशाद औऱ उनके परिवार के सामने भूखमरी की नौबत आन पड़ी. शमशाद का कहना है कि उसने भागलपुर के अपने एक मित्र से पीएमओ का नम्बर लिया औऱ वहां फोन किया तो पीएमओ के अधिकारी ने कहा कि दो-तीन घंटे में आपको मदद मिल जाएगी लेकिन एक घंटे के अंदर ही जलालगढ थाना प्रभारी मेनका रानी ने राशन पानी उनके घर पर भेज दिया.

Lockdown: दो दिनों से भूखा था शमशाद का ...

पुलिसवाला घर पर पहुंचाने आया राशन

राशन में चावल, दाल, चूडा, सरसों तेल, आलू-प्याज था. शमशाद का कहना है कि यहां के किसी जनप्रतिनिधि ने उनकी मदद नहीं की तो अंत में पीएमओ को फोन कर उनसे मदद मिली. शमशाद ने कहा कि वो लोग फेरी का काम कर खाते हैं. उनके पास राशन कार्ड भी नहीं है. सिर्फ आधार कार्ड है जिस कारण उन्हें किसी तरह की मदद नहीं दी गई लेकिन जब उसने पीएमओ को फोन किया तो एक घंटे के अंदर उनके घर पर राशन पहुंच गया.

शमशाद की पत्नी ने कहा थैंक्स

अब वो अपने बच्चों की भूख शांत कर पायेंगे. शमशाद की पत्नी जिया खातून ने आंसू भरे नेत्रों से प्रधानमंत्री को इस मदद के लिये शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण उनका फेरी का काम बंद है ऐसे मे उनके घर में दो दिनों से खाने के लाले पड़े थे. पीएमओ के कहने पर शमशाद के घर राशन लेकर पहुंचे जलालगढ थाना के एएसआई फूलचन्द्र राम ने कहा कि थाना प्रभारी मेनका रानी को पीएमओ से फोन आया था कि शमशाद को मदद पहुंचाये इसके बाद थाना प्रभारी मेनका रानी ने फोन कर शमशाद से बात की और एएसआई द्वारा एक बोरा सूखा राशन का पैकेट उनके घर पर भेजा.

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