को’रोना से ल’ड़ाई में सरकार ने दिखाई लापर’वाही, समय पर तैयार हो सकते थे पीपीई किट !

देश में कोरो’ना का संक्र’मण तेजी से बढ़ता जा रहा है और अब 3000 से भी अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके है। लेकिन परेशानी कि सबसे बड़ी वजह ये है कि पीपीई किट के अभाव में डॉक्टर्स अपने जान जो’खिम में डालकर लोगो का इलाज कर रहे है, और यही कारण है कि अभी तक 50 से भी ज्यादा डॉक्टर्स कोरोना की चपेट में आ चुके है।

इसी बीच कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी मेडिकल उपकरण बनाने वालों ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन लोगों का कहना है कि सरकार ने इस महामारी से लड़ने के लिए जरूरी मेडिकल उपकरण बनाने की अनुमति देर से दी जिसके चलते देश ने पांच हफ्ते गंवा दिए।

आपको बता दे कि कोरोना वायरस से बचाव में जुटी टीम के लिए एन-95 मास्क, पर्सनल प्रोटेक्टिव किट और सैनिटाइजर की किल्लत हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए किट और मास्क की और ज्यादा जरूरत है।

ऐसे समय में जब स्वास्थ्यकर्मी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) की कमी के बारे में बार-बार चिंता जता रहे हैं,
तब सरकार पर सीधा सवाल खड़ा होता है।

क्या मोदी सरकार ने स्वास्थ्य संकट के इस पहलू को सही तरीके से संभाला है? द क्विंट में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रिवेंटिव वियर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (PWMAI) के अध्यक्ष संजीव ने बताया कि पीपीई की कमी की मुख्य वजह इसको लेकर सरकार की लेट प्रतिक्रिया है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *