रेलवे को जबरदस्त मुनाफा, सीनियर सिटीजन योजना बंद कर कमाया 1500 करोड़ रुपया

Senior Citizen की रियायतें बंद कर Indian Railways ने बचा लिए 1500 करोड़ रुपये! RTI से हुआ खुलासा… जानें आगे क्या होगा : भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने पिछले दो वर्षों में ट्रेनों में सीनियर सिटिजन को दी जाने वाली रियायतें बंद कर करोड़ों रुपये बचा लिए. दरअसल, कोरोना महामारी (Covid 19) के कारण भारत समेत दुनियाभर के देशों में जब लॉकडाउन लगाया गया था, तब दुनिया जैसे थम सी गई थी. भारत में पहली बार ट्रेनों के पहिये पर पूरी तरह से ब्रेक लगा था. बाद में स्थिति को देखते हुए पाबंदियों के साथ ट्रेनें चालू तो की गईं, लेकिन स्पेशल ट्रेनों के रूप में उनका परिचालन शुरू हुआ. इस दौरान ट्रेन में मिलने वाली रियायतें सस्पेंड कर दी गई थीं. इस तरह मार्च 2020 से दो वर्षों में रेलवे ने वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen) यात्रियों से 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है.Senior Citizen की रियायतें बंद कर Indian Railways ने बचा लिए 1500 करोड़ रुपये! RTI से हुआ खुलासा… जानें आगे क्या होगा :

सूचना का अधिकार (RTI) के तहत पूछे गए सवाल के जवाब से यह जानकारी मिली. कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद वरिष्ठ नागरिकों को टिकट पर दी जाने वाली रियायत यानी छूट की सुविधा निलंबित कर दी गई थी. अब बड़ा सवाल ये है कि क्या आगे भी ये रियायतें बंद ही रहेंगी?

मध्य प्रदेश के चंद्रशेखर गौर द्वारा दायर आरटीआई के सवाल के जवाब में रेलवे ने कहा कि 20 मार्च, 2020 और 31 मार्च, 2022 के बीच रेलवे ने 7.31 करोड़ वरिष्ठ नागरिक यात्रियों को रियायतें नहीं दीं. इनमें 60 वर्ष से अधिक आयु के 4.46 करोड़ पुरुष, 58 से अधिक आयु की 2.84 करोड़ महिलाएं और 8,310 ट्रांसजेंडर लोग शामिल हैं. RTI से मिले जवाब के अनुसार, इस अवधि के दौरान वरिष्ठ नागरिक यात्रियों से प्राप्त कुल राजस्व 3,464 करोड़ रुपये है, जिसमें रियायत के निलंबन के कारण अर्जित अतिरिक्त 1,500 करोड़ रुपये शामिल हैं.

वरिष्ठ नागरिकों से कुल राजस्व में लिंगवार राजस्व पर आरटीआई के उत्तर में कहा गया है कि पुरुष यात्रियों से 2,082 करोड़ रुपये, महिला यात्रियों से 1,381 करोड़ रुपये और ट्रांसजेंडर से 45.58 लाख रुपये राजस्व मिले. महिला वरिष्ठ नागरिक यात्री 50 प्रतिशत रियायत के लिए पात्र होते हैं, जबकि पुरुष और ट्रांसजेंडर सभी वर्गों में 40 प्रतिशत छूट का लाभ उठा सकते हैं. एक महिला के लिए रियायत का लाभ उठाने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 58 है, जबकि एक पुरुष के लिए यह 60 वर्ष है.

देश के कोरोना महामारी की चपेट में आने के बाद मार्च 2020 से जिन रियायतों को रोक दिया गया था, वे आज तक निलंबित हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने संकेत दिया है कि उन्हें बरकरार नहीं रखा जा सकता है. वर्ष 2020 में और 2021 में कुछ समय तक ट्रेन सेवाएं निलंबित रहीं, लेकिन अब सेवाओं के सामान्य होते ही रियायतों की मांग उठने लगी है.

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