कोरोना पर रेलवे का बड़ा फैसला, स्टेशन पर बिना मास्क पकड़े जाने पर लगेगा 500 रुपया जुर्माना

अब रेल परिसर में मास्क नहीं लगा तो आपके खिलाफ कोविड प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा सकती है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे (ECR) ने इस संबंध में बड़ा निर्णय लिया है। स्टेशन और रेल कार्यालय के साथ रेल परिसर में कोई भी बिना मास्क के मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे के GM ललित चंद्र त्रिवेदी ने आदेश जारी किया है कि रेल परिसर के कार्यालय और स्टेशन पर बिना मास्क वालों से 500 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। जांच के लिए रेल प्रशासन के साथ रेल पुलिस को जिम्मेदारी दी गई है।

विशेष ट्रेनों में संक्रमण को लेकर विशेष तैयारी
महाराष्ट्र से आने वाली विशेष ट्रेनों में कोरोना से सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की गई है। शुक्रवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि विशेष ट्रेनों में कोविड की गाइडलाइन का कड़ाई के साथ पालन हो, इसके लिए काम किया जा रहा है। एक साल पूर्व कोरोना काल में इस तरह की तैयारी नहीं थी, लेकिन इस बार हर स्तर से हम तैयार हैं। रेलवे की कोशिश है कि यात्रा शुरू करने से पहले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और स्टेशन पर यात्रा पूरी करने वालों की हर हाल में कोविड जांच कराई जाए। इसके लिए प्रदेश सरकार के साथ बैठक की गई है। सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है।

CCTV से हो रही है यात्रियों की निगरानी
ECR के GM का कहना है कि अगर स्टेशन पर जांच की टीम नहीं दिख रही है इसका मतलब यह नहीं है कि मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। हर एक यात्री की मॉनिटरिंग हो रही है। इसके लिए हर स्टेशन पर CCTV कैमरों को पूरी तरह से एक्टिवेट कर दिया गया है। इसके बाद हाइटेक कंट्रोल रूम से यात्रियों की निगरानी की जा रही है।

ट्रेनों की नहीं है कोई कमी, कहीं से भगदड़ नहीं
ECR के GM का कहना है कि इस बार ट्रेनों की कहीं से कोई कमी नहीं है। इस कारण से भगदड़ वाली स्थिति कभी नहीं होने पाएगी। मौजूदा समय में कुल 180 ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पूर्वी भारत में आने वालों के लिए ट्रेनों की मांग बढ़ी थी। इसलिए सेंट्रल रेलवे ने 13 विशेष ट्रेनों का प्लान किया है। इसी क्रम में वेस्टर्न रेलवे ने भी 15 विशेष ट्रेनों का प्लान किया है।

राज्य सरकार के साथ रेल अफसरों का पैनल
ECR के GM का कहना है कि राज्य सरकारों के साथ रेल अफसरों का पैनल तैयार कर लिया गया है। इसमें हर सूचना का आपस में आदान-प्रदान किया जा रहा है, जिससे कोई समस्या नहीं आने पाए। स्टेशन पर ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की शत-प्रतिशत जांच के लिए भी व्यवस्था बनाई गई है। ट्रेनों का शिड्यूल तय किया जा रहा है। इसमें जांच को लेकर विशेष तैयारी है।

रेलवे में फ्रंट लाइन वर्करों को लेकर विशेष तैयारी
रेलवे में फ्रंट लाइन वर्कर जैसे गार्ड, TTE और सफाई कर्मी के साथ सीधा यात्रियों के संपर्क में आने वाले कर्मियों को लेकर विशेष रूप से तैयारी की जा रही है। हर 200 किमी की दूरी पर ऐसा हॉस्पिटल तैयार किया गया है, जहां डॉक्टर और हॉस्पिटल की पूरी व्यवस्था है। यात्रियों के सीधे संपर्क में आने वालों को हर हालत में कोविड गाइडलाइन का पालन करने को कहा गया है।

TTE को चार्ट लेकर चलने पर लगाई गई रोक
ECR के GM का कहना है कि अब रेल में ट्रेनों के अंदर चार्ट लेकर चलने की व्यवस्था रोकी जा रही है। यात्रियों से भी अनुरोध किया गया है कि वह प्रिंट टिकट के बजाए पेपरलेस मोड पर रहें। इससे संक्रमण का खतरा कम होगा। ट्रेन में पहले चार्ट लेकर चलने की व्यवस्था थी, लेकिन अब इसे डिजिटल मोड पर किया जा रहा है। कोरोना से बचाव को लेकर ही ट्रेनों से पर्दे और बेड रोल को हटा दिया गया है। इसी क्रम में खाने की सप्लाई भी बंद कर दी गई है।

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