RCP सिंह को झटका, उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश ने दिया बड़ा पद, जदयू में महाभारत शुरू

उम्मीद के मुताबिक रालोसपा का जदयू में विलय हो गया। रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा नौ साल बाद अपने पुराने घर (जदयू) में लौटे। रविवार को जदयू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनको गले लगाया; उपेंद्र को तत्काल जदयू संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।

अपनी दो दिनों की मीटिंग करने के बाद उपेंद्र ने रालोसपा के जदयू में विलय की घोषणा की। इसके बाद वे अपने नेता-कार्यकर्ताओं के साथ जदयू कार्यालय पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत जदयू के तमाम वरीय नेताओं-मंत्रियों ने उनका स्वागत किया। उपेंद्र को जदयू की सदस्यता का फॉर्म दिया गया। इसे भर कर उन्‍होंने जदयू की सदस्यता ली। मुख्यमंत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह द्वारा जारी पत्र के हवाले मंच से घोषणा की कि आज से और अभी से उपेंद्र कुशवाहा जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष होंगे। उपेंद्र कुशवाहा ने 2013 में रालोसपा बनाई थी। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले राजग का हिस्सा बने। नरेंद्र मोदी सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री बने। जुलाई 2017 में राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन में आए। 2019 के लोकसभा चुनाव में काराकाट और उजियारपुर से लड़े। हार गए।

नीतीश कुमार बोले हम एक थे, आगे भी रहेंगे, मिलकर विकास करेंगे
नीतीश कुमार ने उपेंद्र के जदयू में शामिल होने पर खूब तारीफ की। कहा-बहुत दिनों से बातचीत चल रही थी। इनके साथ बड़ी संख्या में लोग हैं, इसमें कोई शक नहीं है। हम पहले भी एक थे और अब भी एक हैं। अब मिलकर देश-राज्य के विकास का काम करेंगे। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि मेरी कोई ख्वाहिश नहीं है। मगर हमलोग भी इनकी प्रतिष्ठा, इनकी हैसियत का पूरा ख्याल रखेंगे। ये पार्टी के वरिष्ठ नेता के तौर पर काम करेंगे। पार्टी को मजबूत करेंगे। समाज के हर तबके की मजबूती होगी ।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा-जनादेश पर हम जदयू में शामिल हुए, कोई शर्त नहीं
उपेंद्र ने कहा-बिहार विधानसभा चुनाव के जनादेश पर हम जदयू में शामिल हुए। हमारी कोई शर्त नहीं है। हमने कोई सौदा नहीं किया है। मेरी पत्नी की मंत्री बनने की बात गलत है। मैंने भी जदयू को खड़ा करने में अपनी पूरी ताकत झोंकी। आज फिर से मैं अपने उसी घर में आया हूं, लोग पूछते हैं कि मैं किस शर्त पर आया हूं? मैंने साफ कर दिया है कि मैंने कोई शर्त नहीं रखी है।

उपेंद्र कुशवाहा ने 2013 में जदयू से अलग होकर बनाई थी रालोसपा, रालोसपा का जदयू में विलय } नीतीश ने उपेंद्र कुशवाहा को गले लगाया, जदयू कार्यालय में मिलन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपेंद्र कुशवाहा।

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