अभी-अभी : RJD-BJP ने किया लाकडाउन का विरोध, सर्वदलीय बैठक में नाइट कर्फ्यू लगाने का दिया सुझाव

बिहार के राज्यपाल ने कोरोना से बिगड़ते हालात को देखते हुए शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें CM नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में सभी दलों ने इस हालात को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए। प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने 30 सुझाव दिए तो BJP ने वीकेंड लॉकडाउन लगाने की बात कही। वहीं बिहार के CM नीतीश कुमार ने कहा कि महामहिम राज्यपाल महोदय के आमंत्रण पर आज सभी पार्टियों की मीटिंग हुई थी। कल हमलोग सभी जिलों के DM के साथ बैठक करेंगे। उसके बाद जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसे दोपहर बाद हम प्रेस कांफ्रेंस कर बता देंगे। CM ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर अभी तक की जो स्थिति है, उसको लेकर ही कोई निर्णय लिया जाएगा। यह कोई अंतिम निर्णय नहीं होगा। उसके बाद भी कई निर्णय लिए जा सकते हैं। CM ने इस बात के स्वीकार किया कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आज भी बढ़े हैं।

प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक करके 30 सुझाव सरकार और राज्यपाल के सामने रखा। तेजस्वी यादव ने अपने सुझाव में कहा कि एक स्पेशल टास्क फ़ोर्स का गठन किया जाए जिसमें Epidemiologist, Public Health Experts और तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हों। ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की निर्बाध सप्लाई चेन सुनिश्चित की जाए और उसकी कालाबाजारी पर कठोर कार्रवाई की जाए। मोबाइल टीकाकरण की व्यवस्था की जाए ताकि लोगों के घरों या मोहल्लों में जाकर बग़ैर संक्रमण के रिस्क के साथ टीका लगाया जा सके। कोरोना जांच की व्यवस्था को सुगम और सुलभ बनाया जाए। आज भी लोगों को रिपोर्ट मिलने में 6-7 दिन लग रहे है। टेस्ट रिपोर्ट के इंतज़ार में ही कई लोग गंभीर हो जाते है, मर भी जाते है। कोविड वार्ड में मरीजों के Attendant के प्रवेश को वर्जित कर अस्पताल में एक अलग जगह CCTV फुटेज से उनको देखने की व्यवस्था की जाए, या यदि किसी के पास स्मार्टफोन हो तो CCTV फुटेज का access उनके फ़ोन में दिया जाए अथवा मरीज़-परिजन से बातचीत का विशेष प्रबंध किया जाए।

तेजस्वी यादव ने सुझाव में आगे कहा कि कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों का निर्माण प्रमंडल स्तर पर किया जाए। कोरोना काल में सबसे अधिक प्रभावित सभी गरीब परिवार और मजदूर भाइयों को अगले 100 दिनों तक 100 ₹ प्रतिदिन के हिसाब से न्यूनतम 10 हज़ार की एकमुश्त सहायता राशि स्थानांतरित की जाए। विगत वर्ष भी हमने यह मांग रखी थी। वीकेंड कर्फ्यू लगाया जाए। अगर सरकार का लॉकडाउन का इरादा है तो उसके लिए पहले ही लोगों सूचित कर दे। फ्रंटलाइन वर्कर्स, जिसमें अधिकारी, कर्मी, चिकित्सक, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी तथा संविदा कर्मी आदि को तीन महीनों का Advance वेतन दिया जाए और सेवा उपरांत मृत्यु होने पर कम से कम 50 लाख की आर्थिक सहायता तथा उनके परिवार को एक सदस्य को तुरंत सरकारी नौकरी दिया जाए। ज़रूरत पड़ने पर हमारे पार्टी कार्यालय, मेरे सरकारी आवासीय परिसर का भी सरकार उपयोग कर सकती है। जिस प्रकार चुनाव के वक्त आप लोग कैम्पेन मोड में रहते हैं, उसी प्रकार टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को भी कैम्पेन मोड में चलाया जाए।

BJP की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया। संजय जायसवाल ने 5 दिन वर्किंग और 2 दिन के लॉकडाउन का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 8 बजे तक पूर्ण लॉकडाउन कर दिया जाए। उन्होंने बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए 18 अप्रैल से 1 जून तक गर्मी की छुट्टी देने का सुझाव दिया है। उत्तर बिहार के बेतिया, मधेपुरा, दरभंगा जैसे जिलों में कोविड से निपटने के लिए एक भी डेडिकेटेड अस्पताल नहीं है, उस तरफ अस्पताल बनाने का सुझाव दिया है। सभी विभागों के चिकित्सकों की DCH में तैनाती की जाए।

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