रोड पर प्रवासी मजदूर, घर लौटने के लिए कोई पैदल तो कोई ट्रेन-बस पर लटककर सफर करने को तैयार

दिल्ली सरकार ने जैसे ही 26 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की इसके बाद राजधानी के रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड्स पर अचानक घर वापसी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सबसे ज्यादा भीड़ आनंद विहार बस स्टैंड, सराय काले खां बस अड्‌डे, हजरत निजामुद्दीन और नई दिल्ली स्टेशन पर दिखी। इनमें सबसे ज्यादा बिहार के दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार और छात्र दिखाई दिए। ट्रेन में रिजर्व टिकट न होने से सड़क किनारे बसों का इंतजार करते हुए मजदूर बड़ी संख्या में दिखे। सराय काले खां बस अड्‌डे से कुछ मीटर पहले एनएच पर बड़ी संख्या में मजदूर सड़क किनारे बैठे दिखे।

दिल्ली में छह दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इस फैसले के बाद वहां से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों का पलायन शुरू हो गया है। बड़ा सवाल यह है कि भीड़ के हिसाब से बिहार सरकार को संसाधन तैयार करने का समय मिलेगा? सवाल इसलिए भी कि जांच में दिल्ली में संक्रमण दर 19% यानी हर पांचवां शख्स पॉजिटिव आ रहा है, जबकि बिहार में जांच में हर 17वां शख्स पॉजिटिव है। फिर भी अभी पटना के 90% से अधिक अस्पतालों के बेड फुल हैं। 99% अस्पतालों में आक्सीजन की कमी है। सोमवार देर रात तक रेमडेसिविर की भी उपलब्धता नहीं थी।

महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली में 6 दिन का लॉकडाउन, बिहार के लिए बड़ी चुनौती, जैसे-जैसे कर्फ्यू- लॉकडाउन बढ़ रहे…ये संख्या लगातार बढ़ रही…बढ़ती ही जाएगी
दिल्ली के बस स्टैडों पर पिछली साल जैसी ही स्थिति { महाराष्ट्र में महाकर्फ्यू के कारण लगातार वहां से बड़ी संख्या में बिहार के लोगों का लौटना जारी है। इसमें भी काफी संख्या में लोग पॉजिटिव निकल रहे हैं। { तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार से राज्य में नाइट कर्फ्यू और हर रविवार को पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है। { केरल में सरकार ने दो हफ्ते के नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। { बंगाल में सभी बच्चों की मंगलवार से गर्मी की छुटि्टयां। दिल्ली में संक्रमण दर 19%, बिहार में 6.01%

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