बिहार में बदला रजिस्ट्री के नियम, दाखिल-खारिज के बिना नहीं होगी जमीन की खरीद-बिक्री
दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर राज्य सरकार भूमि के निबंधन (रजिस्ट्री ) से संबंधित नई व्यवस्था लागू करने जा रही है। बगैर भूमि की जमाबंदी (दाखिल-खारिज ) कराए उसकी बिक्री नहीं की जा सकती है। पुश्तैनी जमीन की बिक्री करने के पहले लोगों को आपसी बंटवारा करना होगा। उसके बाद ही रजिस्ट्री हो पाएगी। एक जमीन कई लोगों को नहीं बेची जा सकती है।
नई व्यवस्था में भू-राजस्व विभाग, रजिस्ट्री और अंचल कार्यालय को नए सॉफ्टवेयर से जोड़ने की तैयारी चल रही है। प्रदेश की विभिन्न अदालतों में लाख से अधिक भूमि से संबंधित विवाद की सुनवाई हो रही है। सबसे अधिक मामले सीओ और डीसीएलआर के कार्यालयों में लंबित हैं। एक जमीन को कई लोगों को बेचने तथा पुश्तैनी जमीन पर अलग-अलग दावेदारी के मामले ज्यादा है। इसलिए प्रदेश में भूमि विवाद के कारण हिंसा की घटनाएं हो रही हैं।
अधिकारियों का कहना है कि जमीन का फर्जीवाड़ा रुकने के बाद विवाद भी कम होंगे। यदि किसी के घर में जमाबंदी वाले व्यक्ति की मृ’त्यु हो जाती है तो वंशावली के आधार पर उसके दावेदार का नामांतरण हो जाएगा। यानी पिता की भूमि बेटे को स्थानांतरित हो जाएगी। निबंधन विभागके अधिकारियों का कहना है कि नई व्यवस्था से भूमि की रजिस्ट्री का काम कुछ समय के लिए प्रभावित हो सकता है, क्योंकि वर्तमान व्यवस्था में जिसके नाम भूमि की जमाबंदी नहीं है वह भी बिक्री कर देता है। प्रदेश में प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार लोग भूमि की रजिस्ट्री कराते हैं । राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जमीन की रजिस्ट्री के लिए
ये भी पढ़ें: डेंगू के लक्षणक्या हैं ? अब घर बैठे जानें इन लक्षणों से होगा मिनटों में ईलाज !
जमाबंदी अनिवार्य करने के बाद फर्जीवाड़े की गुंजाइश समाप्त हो जाएगी। नए सॉफ्टवेयर से जानकारी मिल जाएगी कि बिक्री की जाने वाली जमीन किसके नाम पर है। यदि किसी की पुश्तैनी जमीन बाबा-दादा के नाम से है तो उसे वंशावली तैयार कर भूमि का आपसी बंटवारा करना होगा। बंटवारे के बाद प्रत्येक व्यक्ति को जमाबंदी करानी होगी। तभी ऐसी जमीन बेची जा सकती है। नई व्यवस्था में ऑनलाइन लगान जमाकरने, लैंड पोजिशन सर्टिफिकेशन बनवाने, जमीन की रसीद अपडेट करने में सुविधा होगी।
भारत सरकार के अन्य योजनाओं के लिए यहाँ क्लिक करें
GOOD PLAN
पहले भ्रष्ट कर्मचारियों को जेल भेजो। बिना घूस के काम नहीं करते, जो पैसा नहीं देता है उससे अनावश्यक पेपर मांगे जाते हैं और उन्हें परेशान किया जाता है। बिहार में इतना दाखिल खारिज पेंडिंग क्यों है।
पहले भ्रष्टाचार दाखिल खारिज अधिकारियों को अंदर भेजें बिना घूस के कोई काम नहीं होता यहां तक कि स्वच्छ भारत अभियान में भी शौचालय का पैसा भी बिना 4000 इसलिए नहीं निकला एक एक घर में चार चार सोचालय का पैसा निकला कोई व्यक्ति ₹4000 रिश्वत दो आपके अकाउंट में शौचालय के पैसा आ जाएगा आप शौचालय बनाओ या ना बनो किसी के शौचालय में फोटो उठा लिया जाएगा
Agar phle se hi koi jamin rgistari krwa liya hai or dakhil kharij nhi hua hai to iska process Kya hoga
Yaha karmchari to notation karke raseed katne ka 2500 leta hai rate fix hai lagta hai jaise uske baap ka raaj hai
Agar koi jamin bade bhai ke naam se hai to usme chhote bhai ka hissa hoga ki nahi jamin lagbhag 70 se 100 saal purana hai
हां, होगा
How much stam,p duty is required on an undertaking made by
a person .
Dakhil Kharij mae C.O. Ki Monopoly hai jo paisa khilata hai uska mutation hojata hai, esko roka jai online hone se corruption aur badh gaya hai.
क्या चक्कर लगा दिया इस सरकार ने कभी वोटर आईडी आधार से लिंक कराओ कभी कुछ , अब एनआरक भी आने वाला है…लौड़ा का लोचा लगा दिया फिर साला सारा का सारा अपना काम धंधा छोड़ कर इसी में लगें रहे, घूसखोर खाकी कर्मचारी को तो ऑफिस में रखे हो , साला फकीरी ही अच्छी है कम से कम मांग कर खा लेता और बिना टेंशन का सो जाता..
Tin bhai ke name se jamabandi aur rashid ekhthe kata huwa hai aur court se batwara bhi hai to ek bhai registry kar sakta hai.
Haa
Chakbandi court ke order pr mutation ho jaiga land return ka paper v pass me hai bataie
Dist jamui ke khiara block mai dakhil kharij me liye kafi moti rakam mangi ja rahi hai nahi dene pe kam hi nahi hota hai esa kyo
Bhai.. iss system me ek se ek bhrasth log hai, uske jo bhi ye karte hai naa .. upar wala uska hisaab karega ekdin jaroor ..
Kyaa naya jamabandi 40 saal pahle mare huye vyakti ke naam se uska beta yaa pota banwa sakta hai ??
Is naye niyam ke babwjud aaj 07/12/2019 ko mere Pardada ke nam ke jamabandi wali jamin mere Chacha ne bech di, jisme mera bhi hissa hona chahiye tha.
Iski complain kahan karni hogi? Kripaya rasta batayen…. Dhanywad.