छठ पर पत्नी ससुराल आने को नहीं हुई तैयार तो पति ने साली की बेटी का कर लिया अपहरण

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में बिहार के रहने वाले एक सिरफिरे युवक की करतूत सामने आई है. बिहार से गोरखपुर अपनी ससुराल आए युवक ने छठ (Chhath) के लिए अपनी पत्नी की विदाई नहीं होने पर साली की 3 साल की बेटी का अपहरण (Kidnapping) की वारदात को अंजाम दे डाला है. घटना की सूचना मिलते ही हरकत में आई तिवारीपुर पुलिस ने आरोपी युवक की गिरफ्तारी के साथ ही मासूम बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने डोमिनगढ़ इलाके से आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है. पता चला है कि आरोपी युवक इसके पहले चोरी के मामले में भी जेल जा चुका है.

मामले का खुलासा करते हुए सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने मीडिया को बताया कि पत्नी की विदाई कराने के लिए ससुराल आए बिहार के एक युवक ने अपनी साली की तीन साल की बच्ची का बुधवार को अपहरण कर लिया था. अपहरण की सूचना पर सक्रिय हुई तिवारीपुर पु‌लिस ने केस दर्ज कर चंद घंटों में ही बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया. तिवारीपुर पुलिस ने डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन से आरोपी मौसा को गिरफ्तार कर लिया.

घटना का खुलासा करते हुए सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि 3 साल की बच्ची के अपहरण की सूचना के बाद से ही एसएसपी जोगेंद्र कुमार के निर्देश पर एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ की अगुवाई में तिवारीपुर इंस्पेक्टर संदीप सिंह ने मुस्तैदी दिखाते हुए बच्ची की बरामदगी की कोशिश में जुट गए. अपहरण का केस दर्ज करने के बाद पुलिस टीम ‌तुरंत सक्रिय हुई और सर्विलांस की मदद से बिहार के बगहा निवासी आरोपी युवक को डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन से पुलिस ने गिरफ्तार करने के साथ ही बच्ची को बरामद कर लिया,

सीओ कोतवाली ने बताया कि बच्ची को बिहार ले जाने के लिए आरोपी ट्रेन के इंतजार में था लेकिन पुलिस की सक्रियता से आरोपी युवक पकड़ा गया है. पुलिस ने बच्ची का मेडिकल कराकर उसे परिजनों के हवाले किया है, जबकि आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया है. जहां न्यायिक अभिरक्षा में आरोपी को जेल भेज दिया गया है. सीओ ने बताया कि आरोपी युवक वाहन चालक है. वह बगहा बिहार व पडरौना कुशीनगर से चोरी के आरोप में दो बार जेल जा चुका है. वहीं बच्ची का पिता भी ऑटो चालक हैं.

सीओ कोतवाली ने बताया कि आरोपी युवक की पत्नी का मायका तिवारीपुर इलाके के एक मोहल्ले में है. उसकी पत्नी छठ मनाने के लिए 11 नवंबर को मायके आई थी. पत्नी को घर ले जाने के लिए 16 नवंबर को वह गोरखपुर अपने ससुराल आया था. पत्नी को उसने घर चलने के लिए कहा ‌तो उसने कहा कि वह उसके लिए कपड़ा खरीद दे तभी चलेगी. इसके बाद आरोपी युवक ने 4500 रुपये का कपड़ा खरीद दिया. युवक ने कहा कि उसके बाद भी पत्नी जाने को तैयार नहीं हुई.

उस समय राजघाट इलाके की रहने वाली उसकी साली भी मायके आई थी. पत्नी पर घर चलने का दबाव बनाने के लिए आरोपी युवक 18 नवंबर की रात करीब 12 बजे बगैर किसी को सूचना दिये चोरी से बच्ची को उठा ले गया. वहीं घरवालों को जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. उधर, आरोपी पूरी रात डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन पर बच्ची को लेकर बैठा रहा. आरोपी का कहना है कि वह सिर्फ पत्नी पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया था. अपहरण की मंशा नहीं थी. हालांकि पुलिस का कहना था कि वह बिहार जाने वाली ट्रेन का वह इंतजार कर रहा था.

बच्चियों के साथ जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से घटना सामने आ रही हैं. उसको लेकर जैसे ही बुधवार की रात में तीन साल की बच्ची के अपहरण की खबर पुलिस को हुई, पुलिस के हाथ-पैर फूल गए. अनहोनी की आशंका बच्ची के परिवार के साथ पुलिस के मन में भी खौफ पैदा कर रहा था. खासकर तिवारीपुर थाने के नवागत थानेदार संदीप सिंह भी डर गए थे. हालांकि डर और तेज कार्रवाई का ही नतीजा था कि बच्ची को पुलिस ने चंद घंटे के अंदर बरामद कर लिया.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *