तेजस्वी बदनाम हुआ लौंडा तेरे लिए…लालू के लौंडा नाच तेजस्वी के लिए भारी ,क्या तेजस्वी ने सचमुच क्रिकेट लाइफ में खेली केवल 37 रन की पारी
बिहार में भोजपुरी के सेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के लौंडा नाच को केवल बिहार ही नहीं समूचे भोजपुरिया क्षेत्र में विशेष पहचान दिलाने बाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राजद सुप्रीम लालू प्रसाद के बेटे और बिहार विधान सभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव के लिए अब भारी पड़ रहा है ।हालांकि बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में शादी विवाह के अवसर पर लौंडा का नाच अति आवश्यक है ।दूसरी ओर यूपी में लौंडा का मतलब युवा समझा जाता है जबकि बिहार में लौंडा शब्द और नाच की अभी भी मान्यता नहीं मिली है ।हालांकि यह अपभ्रंश शब्द नहीं है तभी तो बिहार विधान सभा में आज बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लालू राबड़ी राज्य में कोई काम नहीं होने और केवल लौंडा का नाच होने का आरोप लगाया ।
दरअसल बिहार बजट पर सरकार की ओर से अपनी बात रखने के लिए देने लिए उठे सम्राट चौधरी आज पूरे मूड में थे ।यही वजह रही कि मंगलवार को तेजस्वी यादव के शब्दों के तीर से घायल सम्राट आज पूरी तरह से बदला लेने के मूड में थे ।शायद इसी कारण बजट पर बोलते हुए सम्राट ने लालू और उनके परिवार पर जमकर हमला बोला और राज्यपाल के अभिभाषण पर तेजस्वी के द्वारा सीएम नीतीश और सम्राट चौधरी पर किए गए व्यक्तिगत हमले से आहत सम्राट आज पूरी तरह बदला लेने के मूड में थे ।
सम्राट ने 2005 के पहले बिहार की तस्वीर पेश करते हुए तेजस्वी के दावे को पूरी तरह से झूठा करार देते हुए खारिज किया और दावा किया कि लालू राज में विकास का कोई काम नहीं किया केवल लौंडा का नाच करवाया ।सम्राट ने लालू के सामाजिक न्याय को हास्यास्पद बतलाते हुए कहा कि लालू को जब अपने कोटे से किसी पिछड़े और दलित को डॉक्टर बनाने का मौका था तो अपनी बेटी को बनाया ।खिलाड़ी में अपने बेटे को ।
सम्राट ने तेजस्वी की खिल्ली उड़ाते हुए उन्हें नौवीं फैल बतलाया साथ ही दावा किया कि उन्होंने क्रिकेट में केवल खिलाड़ियों को पानी पिलाने का काम किया और पूरे क्रिकेट जीवन में केवल 37 रन बनाया ।यानि तेजस्वी शिक्षा और खेल दोनों में फैल रहे ।सम्राट यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि कभी लालू जी कहते थे कि अब रानी के पेट से राजा पैदा नहीं होगा ।लेकिन उन्होंने पहले रानी बनाया यानि राबड़ी देवी को सीएम बनाया ।फिर राजकुमार पैदा किया यानि तेजस्वी को राजकुमार बतलाया ।
लेकिन सम्राट ने दावा किया कि बिहार की जनता सब समझ रही है और किसी भी कीमत पर राजा बनने नहीं देगी ।सम्राट ने दावा किया कि जिस।समय बह अंतिम चुनाव जीतकर राजद से आए तो उस समय लालू परिवार का कोई सदस्य चुनाव जीत कर नहीं आया ।यानि वे लालू की बदौलत नहीं अपनी बदौलत चुनाव जीत कर आए।यानि सम्राट ने एक एक उदाहरण के द्वारा जिस तरह से लालू और तेजस्वी पर हमला किया उससे साफ जाहिर की आनेवाले विधान सभा चुनाव की पटकथा लिखी जा चुकी है।और ए न डी ए की मंशा साफ है कि एक बार फिर लालू राज के कारनामे को जनता के बीच ले आया जाय ताकि तेजस्वी बैकफुट पर दिखे।हालांकि नीतीश की विसात पर तेजस्वी खुद फसते नजर आ रहे है। अगर मंगलवार को वह 2005 के पहले की उपलब्धियों और सम्राट को नहीं छेड़ते तो शायद आज सम्राट चौधरी को अकेले बैटिंग करने का मौका नहीं मिलता ।इतना ही नहीं आज सदन में तेजस्वी की अनुपस्थिति और विपक्ष के वॉक आउट ने एक तरह सम्राट के लिए पूरा मैदान खाली कर दिया ।और सम्राट लौंडा को बदनाम करके वगैर किसी विरोध के निकल गए । देखना है तेजस्वी कब सम्राट को क्लीन बोल्ड कर पाते है ।
लेखक : अशोक कुमार मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार पटना