अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य आज, खरना के साथ निर्जला उपवास शुरू

लोक आस्था के महापर्व चैती छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन शनिवार को व्रतियों ने खरना किया। रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। सोमवार को उदयगामी सूर्य काे अर्घ्य देने के साथ छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान का समापन होगा। व्रतियाें ने शनिवार को दिन भर निराहार रहने के बाद शाम को खीर व रोटी का भोग लगाकर खरना का अनुष्ठान पूरा किया। इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो गया। कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर व्रतियों ने अपने घरों की छत, आंगन या आवासीय परिसर में जलकुंड बनाकर छठ पूजा की तैयारी कर ली है।

इधर, छठ मइया के गीताें से माहौल भक्तिमय हो गया है। ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा शास्त्री ने कहा कि चैत्र शुक्ल षष्ठी को रवियोग योग में अस्ताचलगामी सूर्य देवता को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। अर्घ्य का शुभ समय संध्या 5:20 से 5:40 बजे तक है। सप्तमी को सुकर्मा योग में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का समापन हाेगा। प्रातःकालीन अर्घ्य का शुभ समय सुबह 5:39 से 6:01 बजे तक है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए गंगा घाटों पर प्रशासन की ओर से किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है। इसलिए छठव्रती घरों पर ही अर्घ्य दें। एसडीओ मुकेश रंजन ने बताया कि चैती छठ के अनुष्ठान को लेकर गंगा घाटों पर प्रशासनिक व्यवस्था नहीं की गई है। व्रती गंगा घाटों पर नहीं आएं।

गंगा घाट पर कम नजर आए श्रद्धालु
दानापुर/खगौल | शनिवार के दिन चैती छठ पूजा का खरना पूजा बहुत ही सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इस बार छठ पूजा मे सरकार द्वारा गंगा किनारे पूजा नहीं करने की अपील की गई थी। इस कारण कोई भी श्रद्धालु गंगा किनारे पूजा करते नजर नहीं आए। खगौल के आर्य नगर स्थित छठ व्रती अंजू देवी, सुशीला देवी, एवं आशा देवी ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण इस पूजा मे रौनक भले ही नजर नहीं आ रहा हो, पर श्रद्धा और विश्वास इस पूजा पर दोगुनी हो चुकी है। हमें यकीन है सूर्य देव एवं छठी मैया इस महामारी से जल्द ही हमारे देश एवं समाज को मुक्त करेंगे। मौके पर प्रतिमा देवी, प्रियंका देवी, संजू देवी, पुष्पा देवी, नेहा रानी, रुनझुन, यशराज, स्वर्णा सोनी एवं काशीनाथ ज्योतिषाचार्य आदि मौजूद थे।

बेउर जेल के 12 बंदी कर रहे छठ
पटना | बेउर जेल का माहौल इन दिनों भक्तिमय बना हुआ है। आर्दश केंद्रीय कारा बेउर में 12 बंदी चैती छठ का अनुष्ठान कर रहे हैं। जिसमें 8 महिलाएं और 4 पुरुष हैं। शनिवार को इन बंदियों ने खरना का किया और अन्य बंदियों के बीच भी खरना का प्रसाद बांटा। जेल में बंद 41 सौ बंदियों के बीच खरना का प्रसाद बांटा गया। इन व्रती बंदियों के लिए सारी व्यवस्था जेल प्रशासन की तरफ से ही किया जा रहा है। मालूम हो कि इन बंदियों के अलावा 55 बंदी ऐसे हैं जो चैती नवरात्र का व्रत कर रहे हैं। वहीं जेल में बंद 184 बंदी ऐसे हैं जो रोजा भी रख रहे हैं। जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा कि कारा का माहौल इन दिनों भक्तिमय बना हुआ है। जेल प्रशासन अनुष्ठान करने वाले हर बंदियों का ख्याल रख रहा है। साथ ही उनके लिए पूजा पाठ, फलाहार और इफ्तार, सहरी की व्यवस्था कर रही है।

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