शिक्षकों के खिलाफ केके पाठक का अभियान फिर शुरू, चेतावनी जारी, ठीक से काम करो नहीं तो कटेगा वेतन
बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से नया फरमान जारी किया गया है। इसके मुताबिक अब राज्य के हाई स्कूलों में बच्चों के स्कूल नहीं आने पर प्रिंसिपल का वेतन रोका जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि हाई स्कूल में अगर बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम रहती है तो स्कूल के प्रिंसिपल की सैलरी अगले आदेश तक रोक दी जाएगी।
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ये पत्र सेकेंडरी डायरेक्टर की तरफ से जारी किया गया है। डायरेक्टर ने बिहार के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसकी निगारानी की जिम्मेदारी दी है। दरअसल अपर मुख्य सचिव केके पाठक के एजुकेशन सेक्रेटरी बनने के बाद स्कूल में बच्चों की उपस्थिति को बेहतर बनाने के लिए लगातार कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में इस फैसले को जोड़कर भी देखा जा रहा है।
इससे पहले वे खुद नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक एक जुलाई से रोज लगभग 25 हजार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। अभी भी राज्य के लगभग 10 फीसदी स्कूल ऐसे हैं जहां बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम है।
विभाग की तरफ से एक जुलाई से 10 अगस्त तक 34 दिनों के स्कूल निरीक्षण के दौरान बिना सूचना स्कूल से गायब 9695 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है। इन शिक्षकों का वेतन काटा गया है। निरीक्षण में पदाधिकारी शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति के अलावा शौचालय, पेयजल और मिड डे मिल की स्थिति जांच रहे हैं। विभाग की तरफ से एक जुलाई से 10 अगस्त तक 34 दिनों के स्कूल निरीक्षण के दौरान बिना सूचना स्कूल से गायब 9695 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है। इन शिक्षकों का वेतन काटा गया है। निरीक्षण में पदाधिकारी शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति के अलावा शौचालय, पेयजल और मिड डे मिल की स्थिति जांच रहे हैं।
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केके पाठक केवल शिक्षकों और बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि पदाधिकारियों के लिए भी सख्ती बरत रहे हैं। विभाग के एक अन्य आदेश में उन्होंने कहा है कि कोई भी अधिकारी अब आठ घंटे अपने ऑफिस में नहीं बिताएंगे। विभाग की तरफ से कहा गया है कि पदाधिकारी सिर्फ चार घंटे ही ऑफिस में रहेंगे बाकी के चार घंटे वे फील्ड में विजिट करेंगे। ये आदेश उन्होंने प्रखंड से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों के लिए जारी किया है।
राज्य के लगभग 78 हजार स्कूलों में ही नहीं बल्कि सरकारी और संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में भी शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग की जा रही है। पिछले दिनों राज्य के विभिन्न दिनों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की तरफ से किए गए निरीक्षण में पाया गया था कि संबद्धता प्राप्त अधिकांश कॉलेजों में शिक्षकों और कर्मियों की उपस्थिति बेहद खराब रहती है।
केके पाठक के सेक्रेटरी बनने के बाद ये बड़े बदलाव हुए
1 स्कूल में अध्यापक समय पर पहुंचने लगे
2 स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ी
3 ऑफिसर ज्यादातर समय फिल्ड में बिताएंगे
4 स्कूलों की व्यवस्था बदली
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