PATNA (Satyam of Bihar made history in UPSC examination, ranked 10th in All India for the first time without studying coaching) :लहरों से डर कर नैया पार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, हरिवंश राय बच्चन की इस पंक्ति को भला कौन भूल सकता है। तभी तो कहा जाता है कि जीवन में अगर सफल होना है या मुकाम पाना है तो संघर्ष, संघर्ष, संघर्ष करिए सफलता अपने आप आपके कदमों को चूमेगी। आज हम जिस लड़के की कहानी आपको बताने जा रहे हैं वह मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर के पुसा नामक एक छोटे से शहर के रहने वाले हैं। बेहद ही गरीब परिवार से आते हैं लेकिन अपनी मेहनत के बदौलत उन्होंने साल 2020 में आयोजित यूपीएससी परीक्षा में सफलता का परचम लहराया और ऑल इंडिया रैंक 10 लाकर अपने माता-पिता और समाज का नाम रोशन किया।
पहले यह जान लेते हैं कि सत्यम कौन है, तो सत्यम का पूरा नाम सत्यम गांधी है और वह मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले हैं और उनकी आरंभिक पढ़ाई केंद्र विद्यालय से हुई है। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के दयाल सिंह कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है।
सत्यम बताते हैं कि ग्रेजुएशन के अंतिम साल में ही मैं उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला लिया, जबकि वह भली भांति जानते थे कि यूपीएससी की परीक्षा को पास करना कोई आसान काम नहीं है। इसीलिए वे दिल्ली चले आए और यहां राजेंद्र नगर में रहकर तैयारी करने लगे।
सत्यम अपने परिवार के बारे में बताते हैं कि उनके पिता केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में पौधा रोग एवं सूत्र कृषि विभाग में वरीय तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत है और उनकी मां हाउसवाइफ है। सत्यम का कहना है कि उनकी सफलता का श्रेय सिर्फ और सिर्फ उनके माता-पिता को जाता है जिन्होंने उन्हें पढ़ाने के लिए दिन-रात एक कर दिया और समय-समय पर मदद करते रहे।
सत्यम 2021 बैच के अधिकारी हैं और वर्तमान समय में महाराष्ट्र के पालघर में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर कम प्रोजेक्ट ऑफिसर इंटीग्रेटेड ट्राईबल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में कार्यरत हैं
सत्यम कहते हैं कि जिन बच्चों को यूपीएससी परीक्षा में सफलता का परचम लहराना है उन्हें कम से कम 8 से 9 घंटे तक सेल्फ स्टडी करनी चाहिए। इतना ही नहीं आपको किसी भी पारिवारिक कार्यक्रम या फंक्शन में जाने से बचना चाहिए और सोशल मीडिया से तो हर कीमत पर दूरी बनाकर रखनी चाहिए। पढ़ाई के बाद जितना अधिक मॉक टेस्ट आप अटेम्प्ट करेंगे उतना ही आपको मदद मिलेगा