SC-ST एक्ट के तहत ढाई महीने से जेल में बंद युवक को नहीं मिली बेल, डिप्रेशन में किया सुसाइड

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PATNA : हत्या के एक मामले में एससी-एसटी एक्ट (SC-ST ACT) के तहत बेउर जेल में बंद कैदी गाैरी यादव ने शाैचालय में जाकर अचानक फंदा लगा लिया. उसे आन न फानन में पीएमसीएच (PMCH) ले जाया गया जहां इलाज के दाैरान उसकी माैत हाे गई. करीब 35 साल का गाैरी बाढ़ के दिलिशमनचक गांव का रहने वाला था. उसपर गांव के ही दलित संजीव कुमार की हत्या (Murder) का आरोप था. बता दें कि संजीव की हत्या इसी साल अप्रैल माह में हुई थी. बता दें कि हत्या के आरोप में गाैरी के अलावा गाैरी का भाई दिलीप यादव व उसके परिजन गीगल यादव, त्रिलाेकी यादव, डब्लू यादव व सतीश बेउर जेल में ही बंद हैं. गाैरी फरार चल रहा था पर पुलिस की दबिश की वजह से उसने 19 जून 2020 काे काेर्ट में सरेंडर कर दिया था. वह ढाई माह से बेउर जेल में था.

जेल सूत्राें के अनुसार, उसे बेल नहीं मिला था, इस वजह से वह डिप्रेशन में था. गाैरी फिलहाल बेउर जेल के गंगा खंड के 5/8 में था.जेल प्रशासन ने उसके परिजनाें काे घटना की सूचना दे दी है. दरअसल बेउर वार्ड के बाहर भी काॅमन शाैचालय है. जिस शाैचालय में उसने ये आत्मघाती कदम उठाया उसे कैदी कम इस्तेमाल करते हैं. इसी बीच दापेहर में गाैरी उस शाैचालय में गया और गले में गमछा लपेटकर वहां लगे पाइप में झूल गया. इसी बीच काेई कैदी उधर गया ताे देखा कि शाैचालय बंद है.उसे शक हुआ ताे गेट खटखटाया. पर आवाज नहीं आई. थाेड़ी देर में अन्य कैदी भी आ गए और जेल प्रशासन भी वहां पहुंच गया. गेट काे ताेड़ा गया ताे देखा कि वह लटक रहा है. हालांकि उसकी सांसें चल रही थी. तत्काल ही उसे पीएमसीएच भेजा गया पर उसकी माैत हाे गई.

बेउर जेल अधीक्षक जवाहर लाल प्रभाकर ने बताया कि गाैरी की माैत हाे गई है. कैदियाें ने मुझे बताया कि वह डिप्रेशन में था. बता दें कि पिछले तीन साल में बेउर जेल में चार कैदियाें ने सुसाइड किया है. इससे जेल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगा है. इससे पहले 2018 में अपहरण व हत्या के आरोप में बंद मनेर के शेरपुर के गाेवर्धन राय ने खुदकुशी कर ली थी. 2017 के अगस्त माह में में दहेज हत्या के आराेपी पुनपुन के निक्की कुमार ने जेल में आत्महत्या कर ली थी. 2017 के फरवरी माह में दहेज हत्या के आराेपी नालंदा के जितेंद्र कुमार ने बेउर जेल में ही सुसाइड कर ली थी. तीन साल में चार कैदियाें के आत्महत्या करने से बेउर जेल की सुरक्षा में कई सवाल खड़े हाे गए हैं.

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