PATNA (Shankaracharya described the Mahakumbh as ‘official Kumbh’, saying it ended on February 17, the full moon) :उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले का समापन हो गया। 26 फरवरी अर्थात शिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान में लाखों लोगों ने भाग लिया। लेकिन इसी बीच जगतगुरु शंकराचार्य स्वामीअवीमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कुंभ मेले को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ मेला सरकारी मेला है। असली कुंभ मेले का समापन तो पूर्णिमा को ही हो गया अर्थात् 17 फरवरी को ही खत्म हो गया। 17 फरवरी से लेकर 27 फरवरी तक जी महाकुंभ का आयोजन हुआ वह सिर्फ सरकारी कुंभ है असली कुंभ नहीं।
उन्होंने दावा किया की पूर्णिमा के दिन ही कुंभ का समापन हो गया और सभी कल्पवासी,साधु संत महात्मा कुंभ मेले को छोड़कर चले गए। सरकार ने पूर्णिमा के बाद जिस मेले का आयोजन किया वह हमारी भारतीय सभ्यता और संस्कृति वाली कुंभ नहीं है जिस पर सनातन धर्म के साधु संत और लोग विश्वास करते हैं
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि इस बार के कुंभ मेले में लगभग 66 करोड़ 21 लाख से अधिक लोगों ने त्रिवेणी संगम का स्नान किया इस साल 13 जनवरी को प्रयागराज में कुंभ मेले का आयोजन किया गया था।