PATNA :त्रेता युग में कभी श्रवण कुमार जैसे बेटा हुआ करता था जो माता-पिता को तीर्थ यात्रा करवाने के लिए कांवड़ बनाकर पैदल घूमा करता था। तो वही झारखंड के रामगढ़ के एक कलयुगी बेटे और बहू की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है. ताजा अपडेट के अनुसार बेटे बहु ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित कुंभ स्नान के लिए अपनी बीमार मां को घर में ताला लगाकर बंद कर दिया और कुंभ नहाने चला गया. मां तीन दिनों तक परेशान होती रही और सिर्फ चुरा और पानी पीकर पेट भरती रही. इस दौरान उनका रो-रो कर बुरा हाल था. पड़ोसियों को जब पता चला कि बीमार मां घर के अंदर बंद है तब उन लोगों ने ताला तोड़कर मां को बाहर निकाला.
65 साल की संजू देवी मूल रूप से रामगढ़ की रहने वाली है. उनके बेटे का नाम अखिलेश प्रजापति है और वह अड़गड़ा के सरका ए टाइप क्वार्टर में रहते हैं और सीसीएल कर्मचारी हैं. जब पड़ोसियों ने ताला तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया तो उन्होंने देखा कि संजू देवी कमरे में घिसट—घिसट कर चल रही हैं।
संजू देवी ने बताया कि सोमवार को उनके बेटे और बहू कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जाने को रवाना हो गए. जाते समय उन्होंने घर पर बाहर से ताला मार दिया. बेटा बहू और बच्चे सब के सब एक साथ कुंभ नहाने चले गए. जब मैं अकेले घर के अंदर परेशान होने लगी तब मैंने चिल्ला चिल्ला कर पड़ोसियों से मदद मांगी और आवाज सुनकर वे लोग गेट तक पहुंचे.
वहीं ताला तोड़ने वाले पड़ोसियों ने बताया कि जब हम लोग गेट पर पहुंचे तो बाहर से ताला मारा हुआ था इसलिए हमने सबसे पहले संजू देवी की बेटी चांदनी देवी को फोन कर सूचना दी. बेटी के आने के बाद हम लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे और थाने में जाकर इस बाबत जानकारी दी. थाना प्रभारी का कहना था कि स्थानीय लोगों की मदद से हमें गेट का ताला तोड़कर अंदर जाना चाहिए. इसके बाद वार्ड पार्षद संगीता देवी की उपस्थिति में ताला तोड़कर संजू देवी को घर से बाहर निकला गया और उनको खाने के लिए बिस्कुट और पानी दिया गया. रामगढ़ सदर अस्पताल में संजू देवी का अभी इलाज चल रहा है.
जब डेली बिहार डॉट कॉ ने कलयुगी बेटे से बात की तो उनका कहना था कि हम लोग कुंभ नहाने गए थे और मां के लिए खाने के लिए चुरा छोड़ गए थे. उनके अनुसार सोमवार करीबी 11:00 वे लोग अपने रिश्तेदारों के साथ कुंभ स्नान के लिए रवाना हुए थे.
उधर थाना प्रभारी ने कहा कि हमें इस बारे में मौखिक जानकारी दी गई है लेकिन अभी तक केस दर्ज करने को लेकर कोई आवेदन नहीं दिया गया है. अगर मां या बेटी के तरफ से आवेदन दिया जाता है तो प्राथमिक दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी