सिद्धू मूसेवाला डॉक्यूमेंट्री पर उठे सवाल, पिता बलकौर सिंह ने जताई नाराजगी

By Rajveer

Published on:

सिद्धू मूसेवाला

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के जीवन और हत्या पर आधारित BBC वर्ल्ड सर्विस की डॉक्यूमेंट्री को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग से पहले ही मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और जुहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराते हुए डॉक्यूमेंट्री पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

बलकौर सिंह का आरोप है कि यह डॉक्यूमेंट्री परिवार की अनुमति के बिना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ अप्रकाशित और संवेदनशील जानकारियां शामिल हैं, जिससे न सिर्फ सिद्धू मूसेवाला की छवि को नुकसान पहुंच सकता है, बल्कि हत्या से जुड़े चल रहे न्यायिक मामलों पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।

उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग नहीं रोकी गई तो वे कानूनी रास्ता अपनाएंगे और अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। बताया जा रहा है कि बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री में मूसेवाला के जीवन, राजनीतिक सफर और उनकी हत्या से जुड़े तथ्यों को उजागर करने का दावा किया गया है।

इसे भी पढे: प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज ‘चिनाब ब्रिज’ का किया उद्घाटन, तिरंगा लहराकर दिखाई भारत की ताकत

हालांकि बलकौर सिंह का कहना है कि इसमें इस्तेमाल की गई सामग्री पूरी तरह से एकतरफा और भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। उनका कहना है कि परिवार की सहमति के बिना ऐसी सामग्री को सार्वजनिक करना नैतिक रूप से भी गलत है।

यह मामला तब और गंभीर हो जाता है जब पता चलता है कि सिद्धू मूसेवाला का परिवार पहले से ही उसकी हत्या के लिए न्याय की मांग कर रहा है। बलकौर सिंह ने पहले भी अपने बेटे की हत्या को राजनीतिक साजिश बताया था और कुछ करीबी लोगों पर शक जताया था। वह लगातार मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा देने की मांग कर रहे हैं।

फिलहाल सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस डॉक्यूमेंट्री की प्रस्तावित स्क्रीनिंग को लेकर पुलिस और प्रशासन क्या कदम उठाता है। यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि कैसे पीड़ित पक्ष की अनुमति के बिना संवेदनशील मामलों पर सामग्री प्रकाशित करना विवाद और भावनात्मक ठेस पहुंचा सकता है।

इसे भी पढे: 76 साल के बालकृष्ण अइया ने चट्टानों को चीरकर गांव में पानी पहुंचाया – अब हर कोई कर रहा है उनके जज़्बे को सलाम

निष्कर्ष

सिद्धू मूसेवाला पर बीबीसी द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री ने उसके परिवार, खासकर उसके पिता बलकौर सिंह की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। बिना अनुमति के संवेदनशील जानकारी के इस्तेमाल से उपजे इस विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या मीडिया को संवेदनशील मुद्दों की रिपोर्टिंग और प्रस्तुति से पहले पीड़ित परिवार से अनुमति लेनी चाहिए। बलकौर सिंह का विरोध न केवल एक पिता का दर्द है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया और सामाजिक जिम्मेदारी की एक गंभीर मांग भी है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और न्यायिक व्यवस्था इस मामले पर क्या प्रतिक्रिया देती है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं परिवार की पीड़ा को और न बढ़ा सकें।