पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में कभी खेला गया था वर्ल्ड कप मैच, अब आखिरी सांसे गिन रहा

Patna: यह कैसा स्टेडियम है? मैदान के बाहर बेतरतीब घास है. पवेलियन जर्जर है. पिच ऐसी है कि पूरा ओवर खेलना मुश्किल है. सरकार क्या कर रही है? किसी की नजर नहीं पड़ी, इस दयनीय स्टेडियम पर? यह हाल रहा, तो बिहार में क्रिकेट ही मर जाएगा. ये शब्द पूर्व भारतीय गेंदबाज चेतन शर्मा के हैं, जो उन्होंने 15 जनवरी 2015 को मोइनुल हक स्टेडियम की हालत देखने के बाद बोले थे.

पांच साल बीत चुके हैं. लेकिन जर्जर स्टेडियम की स्थिति सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया. जर्जर भवन ध्वस्त होने के डर से सफाई करने वाले भी उसे साफ-सफाई करने से डरते हैं. इसके साथ ही स्टेडियम में अधिकारी से लेकर सफाईकर्मी तक लगभग 70 कर्मियों की जरूरत है, लेकिन मात्र चार लोगों के भरोसे पूरा स्टेडियम है. इसमें भी एक अधिकारी और तीन तृतीय वर्ग के कर्मी हैं.

40 साल के दौरान केवल दो बार कर्मचारियों की भर्ती हुई. 1992 तक करीब 48 कर्मचारी कार्य कर रहे थे. रिटायर होने वाली कर्मचारी की जगह भर्ती नहीं हुई. इस वक्त स्टेडियम में चार कर्मचारी कार्य कर रहे हैं जिनमें कोई भी तकनीकी जानकार नहीं है. स्टेडियम के फील्ड को बाहरी मजदूरों के माध्यम से साफ-सफाई और घास की कटिंग करवाई जाती है.

बीसीसीआई ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को स्टेडियम में डोमेस्टिक क्रिकेट के टूर्नामेंट के आयोजन की मेजबानी सौंपी थी. इसके लिए सरकार ने बीसीए को 2018 में स्टेडियम को हैंडओवर किया था. बीसीए ने पवेलियन की मरम्मत, सफाई सहित दूसरे काम करवाए थे. 2019 में बीसीए से स्टेडियम वापस लिये जाने के बाद फिर से यह खस्ताहाल है.

लगभग तीन एकड़ क्षेत्रफल में फैले स्टेडियम का निर्माण 1969 में किया गया था. 25 हजार क्षमता वाले स्टेडियम में 27 फरवरी 1996 को जिम्बाब्वे और केन्या के बीच वर्ल्ड कप मैच का आयोजन किया गया. इसके साथ ही कई रणजी और दूसरे मैच हुए थे. निर्माण के 40 साल के दौरान भवनों का कभी रेनोवेशन नहीं हुआ. जो हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ, उसे उसी तरह से छोड़ दिया गया. इसका नतीजा यह निकला कि मैदान को छोड़कर पूरा स्टेडियम जर्जर हो चुका है. पांच टर्फ विकेट खराब हो चुके हैं, जबकि आउटफील्ड में घास उग गई है. बाउंड्री के बाहर नाला बह रहा है. दर्शकों के बैठने की सीट पूरी तरह से टूटी हुई है. पवेलियन में बड़ी-बड़ी घास उग आई है और साइड स्क्रीन टूट गया है.

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