सूमो पर बोले पप्पू यादव, कहा-जब पटना डूबा था तब ये घर में कैद थे, आज JNU पर ज्ञान बांच रहे हैं!

पप्पू यादव ने jnu मामले में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर निशाना साधा है।

यह हैं एक परमज्ञानी डिप्टी CM ! जब पूरा पटना डूबा था तब ये 3 दिन घर में कैद थे। आज JNU पर ज्ञान बांच रहे हैं! जबकि यह खुद 74 की छात्र राजनीति के एक सड़ा हुआ प्रोडक्ट हैं। राघवजी,चिन्मयानंद, कुलदीप सेंगर आदि BJPवालों के सैकड़ों रे’प के मामले को देख, क्या इस पार्टी को ही बैन कर दिया जाय?

जवाहर लालू नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ चल रहे आंदोलन के कई दिन हो चुके हैं और छात्र अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. इस बीच बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी (Deputy CM Sushil Kumar Modi)  ने इन छात्रों पर आपत्तिजनक ट्वीट किया है. सुशील मोदी ने JNU के छात्रों को न सिर्फ नक्सली कहा बल्कि राजनीति करने का भी आरोप लगाया.

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जेएनयू में फीस वृद्धि कोई इतना बड़ा मुद्दा नहीं कि इसके लिए संसद मार्च निकाला जाए. हकीकत यह है कि जो शहरी नक्सली इस कैम्पस में बीफ पार्टी, पब्लिक किसिंग, महिषासुर महिमामंडन, स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का मानभंजन और देश के टुकड़े-टुकड़े करने के नारे लगाने जैसी गतिविधियों में लगे हुए हैं वो अब गरीब छात्रों को गुमराह कर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं.’

उनके इस ट्वीट को खबर लिखे जाने तक 289 बार रीट्वीट किया जा चुका है, लेकिन इससे अधिक उनकी आलोचना हो रही है. ट्विटर पर उनके खिलाफ टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है. उनके इस ट्वीट पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आमिक जामेई ने लिखा, सठिया गए हैं आप भी, पीएम पढ़े-लिखे होते तो छात्रों के साथ खड़े होते.

इसी तरह एक यूजर वैभव विशाल ने लिखा, आप जैसे लोग जो आज जेएनयू में लगी इस आग को सेंक रहे हैं, भूल गए हैं कि आप भी ऐसे ही विश्वविद्यालयों से पनपे हैं. छात्रों की तुलना आतंकवादियों से करना निहायती छिछली किस्म की राजनीति का द्योतक है. शर्म की बात यह है कि आप भी एक ज़माने में छात्र नेता हुआ करते थे. क्या, सर!

सोनू कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, कतंत्र से तानाशाही की तरफ बढ़ते कदम… पढ़ाई छोड़ सड़क पर उतरने को मजबूर हुए छात्र, जिम्मेदार कौन?

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