तल्लिकी वंदनम योजना: 1वीं से 12वीं तक के छात्रों को मिलेगा ₹15,000 का लाभ, निजी स्कूलों के बच्चे भी होंगे शामिल

By Rajveer

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तल्लिकी वंदनम योजना

आंध्र प्रदेश सरकार ने ‘तल्लिकी वंदनम योजना‘ शुरू करके शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस योजना के तहत कक्षा 1 से 12 तक के सभी छात्रों को ₹15,000 की वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह राशि छात्रों की माताओं के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की जाएगी, ताकि उनकी शिक्षा में निरंतरता बनी रहे और वित्तीय बाधाएं कम हों।

तल्लिकी वंदनम योजना का उद्देश्य और लाभ

‘तल्लिकी वंदनम’ योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा में समानता और गुणवत्ता को बढ़ावा देना है। इससे न केवल सरकारी, बल्कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को भी लाभ होगा। पहले चरण में 42.69 लाख माताओं के खातों में प्रति छात्र ₹13,000 की राशि भेजी गई है, जबकि स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए ₹2,000 आवंटित किए गए हैं। इससे कुल 67.27 लाख छात्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्रों के अभिभावकों का बैंक खाता आधार और एनपीसीआई से जुड़ा होना चाहिए। अगर कोई खाता इन शर्तों को पूरा नहीं करता है, तो संबंधित परिवारों को 20 जून तक आवेदन करने का मौका मिलेगा। इसके बाद 21 से 28 जून तक शिकायतों का निवारण किया जाएगा और 7 जुलाई को दूसरी किस्त जारी की जाएगी।

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योजना की विशेषताएं

सभी छात्रों को सहायता: ‘अम्मावोडी’ योजना के विपरीत, जो एक परिवार में एक बच्चे तक सीमित थी, ‘तल्लिकी वंदनम’ योजना एक परिवार में सभी स्कूल जाने वाले बच्चों को सहायता प्रदान करेगी।

निजी स्कूलों को शामिल करना: इस योजना में 74,887 निजी स्कूलों के छात्र भी शामिल हैं, जिससे शिक्षा में समानता को बढ़ावा मिलेगा।

आधार-आधारित सत्यापन: योजना के लाभार्थियों का सत्यापन आधार के माध्यम से किया जाएगा, जिससे पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार कम होगा।

निष्कर्ष

‘तल्लिकी वंदनम’ योजना शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में आंध्र प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना से न केवल छात्रों को वित्तीय सहायता मिलेगी बल्कि उनके माता-पिता भी सशक्त होंगे, जिससे राज्य में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। सरकार ने इस योजना के लिए 8,745 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जो इसकी महत्ता को दर्शाता है।