RJD की बैठक में नहीं पहुंचे तेजप्रताप व सिद्दीकी सहित कई MLA, टीम तेजस्‍वी पर उठे सवाल

PATNA: RJD में टीम तेजस्‍वी को लेकर नाराजगी के बीच पार्टी के नए जिलाध्‍यक्षों व जिला महासचिवों की अहम बैठक हो रही है. इसके पहले शनिवार को आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक में इन नए पार्टी पदाधिकारियों को लेकर नाराजगी दिखी. कई विधायकों (MLAs) ने चुनावी साल में इस प्रयोग का विरोध किया तो तेजस्‍वी के भाई व लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव तथा अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित कई विधायकों ने बैठक से किनारा कर लिया.

विदित हो कि आरजेडी में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में पार्टी ने लालू प्रसाद यादव के परंपरागत मुस्लिम-यादव (MY)समीकरण से किनारा कर लिया गया है. इस नई टीम में के साथ तेजस्वी यादव आज राबड़ी देवी के आवास पर बैठक कर रहे हैं. बैठक में विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर विमर्श मुख्‍य मुद्दा है. साथ ही 24 फरवरी से बिहार में शुरू होने वाले बजट सत्र की रण नीति बनाने पर भी विचार हो रहा है.

इसके पहले शनिवार को आरजेडी विधानमंडल की बैठक में तेजस्वी और प्रदेश अध्‍यक्ष जगदानंद सिंह की मौजूदगी में पार्टी के कई विधायकों ने चुनावी साल में इस नए प्रयोग पर सवाल उठाए तथा विधानसभा चुनाव में बड़े नुकसान की आशंका जताई.

साहेबपुर कमाल के विधायक श्री नारायण यादव तथा खजौली के विधायक सीताराम यादव सहित कई विधायकों ने कहा कि पार्टी को जिस वक्‍त चुनावी तैयारियों में जुटना चाहिए था, संगठन के फेरबदल में लगी है. उन्‍होंने कहा कि इससे चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है. मुंगेर के विधायक विजय कुमार विजय ने आशंका जाहिर की.

राबड़ी देवी के आवास पर हुई विधानमंडल दल की बैठक में कई विधायक नहीं पहुंचे. सूत्र उनके लिए करीब दो घंटे तक इंतजार के बाद विलंब से बैठक शुरू की गई. बैठक में नहीं पहुंचे विधायकों में आरजेडी में लालू परिवार से नाराज चल रहे लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय तथा लालू के बेटे तेज प्रताप यादव शामिल रहे. मधेपुरा के विधायक प्रो. चंद्रशेखर कई बार फोन किए जाने के बाद भी नहीं आए.

माना जा रहा है कि वे मधेपुरा के पुराने जिलाध्‍यक्ष को किनारे कर दिए जाने से नाराज हैं. वहां अति-पछड़ा वर्ग के नेता को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है. बैठक में फराज फातमी, प्रेमा चौधरी, महेश्वर यादव और अब्दुल बारी सिद्दीकी भी नहीं दिखे.

शनिवार को राबड़ी आवास पर हुई बैठक में तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह ने विधायकों को यह समझाया कि उनके अधिकारों में कटौती नहीं की गई है. यह पार्टी के जनाधार को बढ़ाने का प्रयास है. बैठक में बताया गया कि यह परिवर्तन लालू प्रसाद यादव की सहमति से किया गया है. जिलों से मुक्त किया गए लोगों को प्रदेश कमेटी में जगह दी जा सकती है.

इसके बाद रविवार को पार्टी की नई टीम की बैठक हो रही है. आरजेडी नेताओं ने पार्टी की एकजुटता का दावा किया है. तेजस्‍वी यादव ने भी कहा है कि पार्टी ने सोच-समझकर फैसला लिया है. खुद लालू यादव चाहते हैं कि आरजेडी में सभी वर्ग व समाज को प्रतिनिधित्‍व दिया जाए.

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