सफल रहा छात्रों का ‘5 बजे 5 मिनट थाली बजाओ’ अभियान, मौदी सरकार ने किया नौकरी देने का वादा

छात्रों ने 5 बजे, 5 मिनट थाली बजाई तो पीयूष गोयल को रेलवे परीक्षाओं का ऐलान करना पड़ गया

5 सितंबर को शिक्षक दिवस होता है. लेकिन शिक्षकों के छात्र आज क्या कर रहे हैं? ताली-थाली पीट रहे हैं. क्यों? एक अदद नौकरी के लिए. वो ‘समय पर’ प्रतियोगी परीक्षाएं कराने और उनके नतीजों की मांग कर रहे हैं. पिछले कई दिनों से केंद्र सरकार को छात्रों की तरफ से संदेश दिए जा रहे हैं. सांकेतिक विरोध दर्ज किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई यूट्यूब वीडियो में डिसलाइक की भरमार से लेकर उन्हीं के दिए ताली-थाली वाले आइडिया तक. ये सब हो रहा है ताकि छिटपुट आवाज़ें इकट्ठा होकर सरकारी कानों पर गिरें. इंटरनेट के दौर में ये आवाज़ें हैशटैग बनकर आगे बढ़ रही हैं. शोर ट्रेंड कर रहा है और असर भी कर रहा है. इतना कि सरकार को रेलवे परीक्षाओं का ऐलान करना पड़ गया.

5 सितंबर को सोशल मीडिया ऐसे तमाम वीडियो और पोस्ट से भरा रहा, जिनमें SSC, रेलवे, बैंक के परीक्षार्थियों ने शाम 5 बजे, 5 मिनट के लिए थाली पीटी. कई जगह वो सड़कों पर भी उतरे. पूरा दिन #5Baje5Min, #5Sep5Min, #5बजे5मिनट, #RRBExamDate जैसे हैशटैग ट्रेंड करते रहे. वैसे, इन सबके ऊपर #HappyTeachersDay भी ट्रेंड कर रहा था.

पीयूष गोयल की तरफ से रेलवे परीक्षाओं का ऐलान : रेलवे की परीक्षाओं को लेकर जो ट्रेंड चला, उसका असर भी शाम तक दिखने लगा. शाम 6 बजे के करीब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के ट्विटर अकांउट से जानकारी दी गई कि परीक्षाएं 15 दिसंबर से होंगी. ट्वीट में वीडियो के साथ लिखा गया, रेलवे में विभिन्न पदों की सभी 3 श्रेणियों के लिये भर्ती प्रक्रिया के आवेदनों की जांच पूर्ण की जा चुकी है, विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाओं का आयोजन 15 दिसंबर से शुरु किया जाएगा.

रेलवे की परीक्षाएं : रेलवे की NTPC यानी नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटगरीज में फरवरी, 2019 में 35,308 पोस्ट की वैकेंसी निकली थी. एक करोड़ से ज़्यादा आवेदन आए. जून-सितंबर 2019 के बीच इसकी परीक्षा होनी थी लेकिन अब 2020 का सितंबर आ गया और परीक्षा नहीं हुई. ऐसे ही रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा भी लटकी हुई है. अब इनका ऐलान किया गया है, जिसे छात्रों की जीत माना जा रहा है.

कुछ दूसरी परीक्षाएं : कहीं फॉर्म भरने के एक साल बाद परीक्षा की तारीख नहीं आई, कहीं रिजल्ट नहीं आ रहा. कहीं रिजल्ट है तो जॉइनिंग नहीं हो पा रही. यही हाल कई राज्यों की परीक्षाओं का है. SSC- CGL का नोटिफिकेशन मई 2018 में आया. टियर वन की परीक्षा एक साल बाद जून 2019 में हुई. 2019 के दिसंबर महीने में टियर थ्री की परीक्षा हुई. मई, 2020 तक नतीजा आना था. लेकिन अभी तक नहीं आया. सीजीएल में मई 2018 में 26 लाख छात्रों ने फॉर्म भरे थे. 42 हज़ार 570 ने टियर 3 के एग्जाम्स दिए. ऐसे ही राज्यों में UPSSSC में ग्राम विकास अधिकारी का रिजल्ट अगस्त, 2019 में आ गया था लेकिन आज तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और नियुक्तियां नहीं हुई हैं. यही हाल मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में भी है. लिस्ट बहुत लंबी है. ‘दी लल्लनटॉप’ इन मुद्दों को लगातार ‘दी लल्लनटॉप शो‘ और स्पेशल सीरीज ‘रंगरूट’ में उठाता रहा है.

पिछले दिनों #SpeakUpForSSCRailwayStudents हैशटैग चला था, जो सिर्फ भारत के अलावा पूरे विश्व में नंबर वन पर ट्रेंड हुआ था. इसके बाद SSC ने कुछ परीक्षाओं के रिजल्ट की तारीखों का ऐलान भी किया. अब रेलवे की परीक्षाओं की तारीख भी आ गई है. लेकिन ये भी विडंबना ही है कि रूटीन प्रक्रियाओं और रोज़गार की आवाज़ सरकार को सुनाने के लिए छात्रों को ये सब करना पड़ रहा है.

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