PATNA ( 17 FEBRUARY 2025 ) : आपने कभी स्कूल टाइम में पढ़ा होगा कि पटना स्थित गांधी सेतु देश का सबसे लंबा पुल है. वास्तविकता भले चाहे जो रहा हो लेकिन इस सवाल का जवाब बिहार के बच्चे—बच्चे को मालूम था. लेकिन पिछले कुछ सालों से यह इतिहास बदल सा गया. वर्तमान समय की बात करें तो असम में स्थित भूपेन हजारीका सेतु जिसे ढोला—सदिया सेतु भी कहा जाता है वह देश का सबसे लंबा पुल है और इसकी लंबाई 9.15 किलोमीटर अर्थात 5.69 मील है.
ताजा अपडेट के अनुसार बहुत जल्द बिहार के नाम यह इतिहास एक बार फिर से दर्ज होने जा रहा है और भूपेन हजारीका सेतु से लंबा पुल बिहार के मिथिला क्षेत्र में कोसी नदी पर तेजी से बनकर तैयार हो रहा है. इसकी लंबाई 10.2 किलोमीटर है और इसके निर्माण पर 1051.3 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं.

पहले यह जान लेते हैं कि इस पुल का निर्माण कहां से कहां तक किया जा रहा है. बिहार में कोसी नामक एक नदी है यह हम भी और आप भी जानते हैं. मिथिला क्षेत्र में कोसी को भगवती का रूप माना जाता है. मधुबनी जिला से सहरसा के भेजो बकौर के बीच नेशनल हाईवे 527 ए एलाइनमेंट पर इस पुल का निर्माण हो रहा है.
दावा किया जा रहा है कि दिसंबर 2025 तक इस पुल को बनाकर तैयार कर लिया जाएगा. केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इस सड़क का निर्माण मधुबनी जिले के बेनीपट्टी अनुमंडल में स्थित उचैठ भगवती स्थान उम़गांव और महर्षि उग्रतारा स्थान सहरसा के बीच बन रहे फोरलेन रोड एनएच 527 ए एलाइनमेंट पर इस पुल का निर्माण करवाया जा रहा है.
पुल निर्माण का जिम्मा दो कंपनियों को दिया गया है जिसमें गेमन इंजीनियर एंड कांट्रैक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड और मेजर ट्रांस रेल लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड शामिल है. उनके अधिकारियों ने dailybihar.com से बात करते हुए बताया कि तेजी से इस पुल का निर्माण कार्य को किया जा रहा है और 80% काम पूरा हो चुका है.
स्कूल के निर्माण के बाद कोसी महासेतु और बलुआ घाट के बीच की बड़ी आबादी को बड़ा लाभ होगा. इसके बन जाने के बाद मधुबनी से सुपौल जिला मुख्यालय की दूरी घटकर मात्र 70 किलोमीटर रह जाएगी