IIT परीक्षा में मजदूर के बेटे ने लहराया परचम, सूत्त काटने वाली मां का बेटा बना इंजीनियर

GAYA : पटवाटोली मुहल्ले के रहने वाले इन्द्रदेव प्रसाद ने मजदूरी कर अपने दो बेटे को आइआइटीयन बनाया। मोती प्रसाद के बीम बनाने का काम करते हैं।

मां सूत्त काटती हैं। इस वर्ष जेईई एडवांस में उसके छोटा बेटा महेश प्रसाद ने ओबीसी में 5159वां रैंक लाया। पांच साल पहले बड़े बेटे को आइआइटी में सफलता हासिल की थी। वर्तमान में बड़ा बेटा चेन्नई में वेदान्ता कम्पनी में जॉब कर रहा है। इन्द्रदेव प्रसाद और उसकी पत्नी की कड़ी मेहनत और परिश्रम के मजदूरी से उनके दोनों बेटे आइआइटीयन बने हैं। जदयू के व्यवसायी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष ने इन्द्रदेव प्रसाद व पत्नी को बधाई दी।

फतेहपुर का सुंदरम जेईई एडवांस में पाई सफलता: फतेहपुर। फतेहपुर थाने के जम्हेता गांव में निवास करने वाले बजीर साव का पौत्र व दिनेश साव उर्फ गब्बर साव का पुत्र सुंदरम कुमार जेईई एडवांस में सफलता हासिल की है। वह ओबीसी में 2969 वां रैंक प्राप्त किया है। सुंदरम ने फतेहपुर के सीपीआर स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा हासिल की थी। सुंदरम के पिता दिनेश लकड़ी व्यवसाई हैं। मां बेबी देवी गृहिणी हैं। सुंदरम ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, चाचा-चाची और भाइयों को दिया है।

बेलागंज की कुमारी आस्था का जेईईई एडवांस में चयन हुआ है। उन्हें ऑल इंडिया में 12 हजार रैंक जबकि कैटगिरी में 2424 वां रैंक मिला है। आस्था ने 12 की पढ़ाई मानव भारती स्कूल से की है। उनके पिता जयशंकर प्रसाद बेलागंज में ही स्टेशनरी की छोटी सी दुकान चलाते हैं। आस्था की सफलता से घर में खुशी का माहौल है। घरवालों ने बताया कि यह उनकी बेटी की मेहनत का नतीजा है।

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