ट्रैफिक दारोगा ने खोली पटना पुलिस की पोल, गलत ढंग से रोड पर खड़े होकर 7 घंटे में वसूले गए 1.5 लाख रुपये

ट्रैफिक के दारोगा का खुलासा : 7 घंटे में पुलिसवाले वसूल लेते थे 1.5 लाख रुपये

गांधी सेतु पर ट्रकों की इंट्री का खेल रात से ही शुरू हो जाता था। आम लोगों को नियम-कानून का हवाला देकर जुर्माना वसूलने वाले यातायात पुलिस के कर्मी गांधी सेतु पर महज सात घंटे में ही डेढ़ लाख रुपये की उगाही कर लेते थे। हरेक ट्रक चालक से एक हजार रुपये लिये जाते थे।

इसी तरह कुछ ही घंटों में डेढ़ सौ ट्रकों से लाखों रुपये जमा कर पुलिसवाले किनारा थाम लिया करते थे। यह खुलासा और किसी ने नहीं बल्कि ट्रैफिक पुलिस में तैनात एक एएसआई ने ही कर दिया। हिन्दुस्तान से फोन पर हुई बातचीत में उस एएसआई ने अपने साथियों के नामों का खुलासा किया जो गांधी सेतु के अलग-अलग पाया संख्या के पास तैनात रहकर रुपये की वसूली का खेल रहे थे। आश्चर्य की बात है कि जिनका नाम एएसआई ने लिया था उन सभी पुलिसकर्मियों का नाम निलंबन की सूची में भी है। अपने ही महकमे के बारे में उसने बताया कि गांधी सेतु के पास पुलिसवाले लाखों का खेल खेल रहे हैं। उन्हें रोकने वाला भी कोई नहीं है। उस पूरी बातचीत का ऑडियो भी हिन्दुस्तान के पास है।

सिपाही से बात कर गाड़ी आगे बढ़ा लेते थे चालक
कई सिपाही चालकों से ‘बात’ कर गाड़ी को गांधी सेतु की ओर मोड़ दिया करते थे। नजदीक से हाजीपुर की ओर इंट्री मिलने के कारण ट्रक चालक भी पुलिसवालों को रुपये देने में पीछे नहीं हटते थे। वसूली होने के बाद सारे रुपये सेतु पर तैनात पुलिसकर्मी आपस में बांट लिया करते थे। इधर, भारी वाहनों के आवागमन के कारण सेतु पर महाजाम की स्थिति बन जाती थी और आम लोगों की परेशानी से अंजान पुलिसकर्मी बेधड़क वसूली करते थे।

हो रही थी कार्रवाई, पुलिसवाले कर रहे थे वसूली
सोमवार को जब पुलिस महकमे में कार्रवाई की बात आग की तरह फैली उस वक्त भी गांधी सेतु के समीप पुलिसवाले रुपये की वसूली कर रहे थे। कई जगहों पर लोगों ने भी उन्हें रुपये वसूलते देखा।

गांधी सेतु के रूट में कई जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे खराब हैं। इसका फायदा ट्रक चालक भी उठाते हैं और अवैध वसूली करने वाले पुलिसवालों को भी छूट मिलती है।

यातायात पुलिस के कुछ जवानों से राहगीर त्रस्त हैं। कई जगहों पर छोटी गलतियां होने के बावजूद ट्रैफिक पुलिस के सिपाही व दारोगा गाड़ी रोककर उन्हें जुर्माना करने की धमकी देते हैं। पहले जुर्माना की रकम ज्यादा बतायी जाती है फिर एक पुलिसकर्मी उनसे कहता है ‘..रसीद नहीं लोगे तो जुर्माना कम लगेगा’। कई बार लोग इन सभी झंझटों से बचने के लिये रुपये भी दे दिया करते हैं।

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