नियोजित मास्टरों से ​नीतीश सरकार का ‘बदला’, अप्रशिक्षित शिक्षकों को नौकरी से हटाया जाएगा

DARBHANGA : अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवामुक्त किया जाएगा। प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. गिरिवर दयाल सिंह ने अब तक प्रशिक्षण पूरा नहीं करने वाले शिक्षकों को सेवामुक्त करने का आदेश जारी किया है। पहली प्रक्रिया के तहत अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाने का आदेश दिया है।

दूसरे प्रक्रिया के तहत चिन्हित अप्रशिक्षित शिक्षकों को नियोजन इकाइयों को सेवामुक्त करने की कार्रवाई की जाए। निदेशक के आदेश के बाद डीपीओ स्थापना विजय चंद्र भगत ने सभी बीईओ से अप्रशिक्षित शिक्षकों की सूची मांगी है। निदेशक ने ऐसे शिक्षकों को चिन्हित करके अविलंब वेतन पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को नियोजन इकाइयों को शिक्षकों के सेवामुक्त करने की कार्यवाही आगे बढ़ाने को कहा है।

सरकार ने सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों को डीएलएड की ट्रेनिंग के लिए 2017 में एनआईओएस से विशेष व्यवस्था कराई गई थी। सरकार से मिले अवसर से जिले के सरकारी एवं निजी स्कूलों में कार्यरत 8200 अप्रशिक्षित शिक्षकों ने कोर्स करने के लिए आवेदन किया था। जिनके लिए जिले में 41 प्रशिक्षण सेंटर बनाया गया था। हालांकि इनमें अधिकतर निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक शामिल थे।

प्रखंडों से अप्रशिक्षित शिक्षकों की मांगी गई सूची : जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना विजय चंद्र भगत ने इस संबंध में कहा कि निदेशक के आदेश के बाद सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों की सूची मांगी गई है। सूची प्राप्त होते ही पहले ऐसे शिक्षकों का वेतन रोका जाएगा। अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवामुक्त करने की कार्रवाई के लिए नियोजन इकाइयों को लिखा जाएगा। फिलहाल सूची मांगी गई है।

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