UPSC में बिहारी छात्रों का जबरदस्त प्रदर्शन, टॉप 10 में मिला पहला, दूसरा और दसवां रैंक

बिहार की प्रतिभाओं ने लहराया परचम : यूपीएससी में बिहार की प्रतिभाओं ने हमेशा परचम लहराया है। पिछले तीन वर्षों से लगातार आयोग की परीक्षा में बिहार के अभ्यर्थी झंडा बुलंद कर रहे हैं। देश में बिहार का मान बढ़ा रहे हैं। इस बार जारी रिजल्ट में बेटियों ने कमाल किया है।

यूपीएससी के वर्ष 2022 के रिजल्ट में टॉप वन और टॉप टू में स्थान पाने वाली दोनों बेटियां बिहार से हैं। पहला स्थान इशिता और दूसरा गरिमा को मिला है। इसके अलावा भी टॉप टेन में जगह बनाने में दसवें स्थान पर राहुल श्रीवास्तव कामयाब हुए हैं। इसबार बिहार से तीन दर्जन से अधिक छात्रों को सफलता मिली है।

वहीं देखा जाए तो वर्ष 2021 के यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के रिजल्ट में बिहारी छात्र-छात्राओं का परचम रहा था। मधेपुरा के बिहारीगंज की अंकिता अग्रवाल ने देश में दूसरा स्थान पाया था। वहीं मोतिहारी के शुभांकर प्रत्युष पाठक को 11वां, मुंगेर की अंशु प्रिया को 16वां स्थान मिला था। हाजीपुर के आशीष को 23वां, भागलपुर के श्रुाति लक्ष्मी को 25वां और मधुबनी के उत्सव आनंद को 26वां स्थान प्राप्त हुआ था। इसके अलावा 45 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ था।

वहीं वर्ष 2020 में बिहार के कटिहार निवासी शुभम कुमार ने देशभर में टॉप कर बिहार का नाम रोशन किया था। बिहार के जमुई जिले चकाई बाजार निवासी सीताराम वर्णवाल के पुत्र प्रवीण कुमार ने सातवां स्थान हासिल किया था जबकि समस्तीपुर के सत्यम कुमार गांधी ने ऑल इंडिया में 10वां रैंक हासिल किया था।

बक्सर की गरिमा ने दूसरे प्रयास में रचा इतिहास

बक्सर, निज संवाददाता। यूपीएससी 2022 की सिविल सेवा परीक्षा में बक्सर की बेटी गरिमा लोहिया सेकंड टॉपर बनी हैं। मंगलवार को घोषित परिणाम में गरिमा की दूसरी रैंक है। उसने भारत के सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में उत्कृष्ठ स्थान पाकर न केवल बक्सर बल्कि बिहार को गौरवान्वित किया है। शहर के बंगलाघाट निवासी व आयकर अधिवक्ता रहे स्व. नारायण लोहिया की पोती व कपड़ा के थोक व्यवसायी स्व. मनोज कुमार लोहिया की पुत्री है। गरिमा ने बगैर किसी कोचिंग में दाखिला लिए घर पर ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी की। गरिमा इस सफलता का श्रेय अपनी मां सुनीता देवी को दी।

निरंतर प्रयास से मुकाम हासिल किया महिमा

फरीदाबाद। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में फरीदाबाद की रहने वाली महिमा कसाना ने ऑल इंडिया 141 वीं रैंक हासिल की है। महिमा को दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल हुई है। उन्होने बताया कि लक्ष्य निर्धारित कर उन्होने इस परीक्षा में सफलता पाई है।

वहीं, गुरुग्राम के सतबीर सिंह सिवाच गुरुग्राम में आबकारी और कराधान विभाग में आयुक्त के पद पर कार्यरत है। उनके बेटे 29 वर्षीय अभिनव सिवाच ने यूपीएससी के दूसरे प्रयास में ही 12वीं रैंक मिली। साल 2020 में भी उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी थी।

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