घर में घुसकर महिला से छे’ड़खानी, पंचायत लगाकर युवक की चप्पल से पि’टाई, VIDEO VIRAL

घर में घुसकर महिला से छेड़खानी, पंचायत लगाकर युवक की चप्पल से पि’टाई

वैशाली. यहां महिला से छेड़खानी के आरोप में पंचायत लगाकर एक युवक की जमकर पि’टाई की गई। मामला देसरी थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव का है। मौके पर मौजूद लोगों ने पि’टाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना 4 दिन पहले की है। पुलिस ने बताया कि करीब एक हफ्ते पहले युवक ने घर में घुसकर महिला से छे’ड़खानी की कोशिश की थी। महिला ने इसकी शिकायत पंचायत में की। पंचायत ने युवक और महिला दोनों को बुलाया, जहां महिला ने युवक की चप्पल से जमकर पि’टाई की। मौके पर कई लोग मौजूद थे लेकिन किसी ने भी मामला शांत करने की जहमत नहीं उठाई। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने स्वतः संज्ञान लिया है। पुलिस का कहना है कि अब तक किसी पक्ष से मामला दर्ज नहीं कराया गया है।

सोनपुर मेला: रामायण मंचन में कलाकार दे रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन आदर्शों का संदेश
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का संपूर्ण जीवन एक आदर्श और मानवता के लिए सर्वश्रेष्ठ संदेश भी है। विषम से विषम परिस्थितियों में भी धर्म और धैर्य पर अडिग रहते हुए श्री राम ने न केवल परिवार को बल्कि समाज को भी समरसता का संदेश दिया। उनकी जीवन के ऊंचाइयां यहां बाबा हरिहरनाथ मंदिर के समीप रामायण मंचन में उजागर हो रहा है। सलेमपुर उत्तर प्रदेश के कलाकारों की ऐसी बेहतर प्रस्तुति श्रद्धालु दर्शक को अपने स्थान से उठने नहीं दे रहीं। दूसरे दिन अपने गुरु विश्वामित्र तथा भाई लक्ष्मण के साथ जनकपुर के लिए प्रस्थान होता है जहाँ पुष्प वाटिका एवं गौरी पूजा के प्रसंग के बाद धनुष यज्ञ का प्रसंग आता है। जनक के राज दरबार में कई राज्यों के राजा पहुंचे हुए हैं। संदर्भ है कि जो कोई भी भगवान शिव के इस महान धनुष को तोड़ेगा उसके गले में ही सीता वरमाला डालेगी। एक तरफ रामायण का यह दृश्य यह भी संदेश दे रहा है कि सनातन ही एक मात्र ऐसा धर्म है जो आरम्भ से ही स्त्रियों के अधिकारों एवं संवेदनाओं के प्रति उदार विचार रखता है। सीता का स्वयंवर होना इस बात का प्रतीक है कि हिन्दू धर्म हजारों वर्ष पहले भी महिलाओं को स्वयं से ही योग्य वर की चुनाव का पक्षधर रहा है। साथ ही सीता धरती से मिली थी उसके माता-पिता का पता नहीं। जनक का उन्हें अपनाना फिर भी उनका शादी स्वयंवर से और श्री राम से होना भी जताता है कि जातीय ऊंच-नीच का तोड़ने का संदेश रामायण देते रहा है। सभी राजा बारी-बारी से धनुष तोड़ने का प्रयास करता है किंतु तोड़ने की बात दूर वे इस धनुष को उठा नहीं पाते।

परशुराम-लक्ष्मण संवाद के समय छाया सन्नाटा
वहीं अपने गुरु विश्वामित्र से आज्ञा पाते ही भगवान श्री राम उस धनुष की ओज कर उसके प्रत्यंचा चढ़ा देते है। सीता उनके गले में जयमाला डाल देती है। अभी खुशी का यह पल चल ही रहा था कि धनुष की क्रोधित परशुराम अचानक जनक के दरबार में उपस्थित हो जाते है। क्रोध से भरे हुए वे पूछते है कि शिव के धनुष को किसने तोड़ने की हिम्मत की है। पूरे दरबार में सन्नाटा छा जाता है। परशुराम के भय से कोई कुछ नहीं बोलता। तब लक्ष्मण अपनी व्यंग्य भरी बातों से परशुराम के क्रोध को और भड़का देते है। इसी दौरान श्री राम आगे बढ़ते हुई कहते है कि यह दुस्साहस हमने ही किया। परशुराम को यह विदित है कि शिव के इस धनुष को ब्रह्मा परशुराम श्रीराम के सिवा कोई प्रत्यंचा इस पर नहीं चढ़ा सकता। वे कहते है कि यदि तू राम है तो धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा कर दिखा। भगवान श्री राम ने उनके सामने ही उक्त धनुष पर एक बार फिर प्रत्यंचा चढ़ा दिया। इसको देख परशुराम उनके सामने नतमस्तक हो गए। इसके बाद राम विवाह और विदाई का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया।


चर्चित रामायण सीरियल हो रही जीवंत
इसमें राम की भूमिका में प्रभात मिश्रा, सीता बनी है धानी गुप्ता, लक्ष्मण की भूमिका में पीयूष राज, भरत की भूमिका में नवनीत जायसवाल, शत्रुघ्न की भूमिका में संजय सिंह, तुलसी दास बने है। राधेश्याम गुप्ता, रत्नावली की भूमिका में शीलम राव, दशरथ की भूमिका में अरुण सिंह, कौशल्या की भूमिका में संध्या राय, कैकेयी की भूमिका में सुमित्रा बनी है विभा तिवारी, गुरु वशिष्ठ की भूमिका में रवि अवस्थी, विश्वामित्र की भूमिका में शिव कुमार मिश्रा, सुमंत की भूमिका में अविनाश राय, श्रुतकीर्ति बनी है रिया सिंह, केवट के रूप में सन्नी सिंह, मंथरा एवं सबरी की भूमिका में खुशी सागर, रावण की भूमिका में परितोष श्रीवास्तव, विभीषण की भूमिका में देवेश मिश्रस्स, हनुमान बने है मनीष श्रीवास्तव। बाली के रूप में बंटी तथा सुग्रीव के रूप में देवेन्द्र श्रीवास्तव। इसके डायरेक्टर है वेंडर त्रिपाठी तथा इसमें बने है। इसमें राम दरश शर्मा अपने गायन से न केवल संपूर्ण वातावरण को राममय बना रहे है बल्कि रामानंद सागर की चर्चित रामायण सीरियल को जीवित कर रही है।

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