वेलकम टू हिंदू राष्ट्र, PM मोदी के इस नए भारत में आपका स्वागत है, लोकतंत्र और राजदंड का कॉम्बिनेशन

क्रोनोलॉजी- लोकतंत्र और राजदंड। आरएसएस के 100 साल 2025 में पूरे होने जा रहे हैं।आजादी के बाद महाराष्ट्रीय ब्राह्मणों ने कहा कि सत्ता हस्तांतरण उन्हें नहीं मिला तो आजादी कैसी? (चंद्रकांत वानखेड़े को पढ़िए)

2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो एक हिंदुत्ववादी ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान के बाद पहला गोभक्त सत्ता में आया है!

संसद की नई बिल्डिंग बन गई है! 28 मई का सावरकर का जन्मदिन है। गांधी की हत्या के मामले में सावरकर की भूमिका को पढ़िए।

आजादी के बाद गांधी के अनुयायियों को सत्ता का हस्तांतरण हुआ। गांधी की हत्या एक हिंदुत्ववादी ने की, जिसकी तस्वीर 2023 के रामनवमी जुलूसों में लहराई गई। उसके अनुयायियों की संख्या लगातार बढ़ी है।

28 मई 2023 को संसद की नई बिल्डिंग का उद्घाटन होगा। इसी दिन लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के बगल में राजदंड (सेंगोल) रखा जाएगा।

संसद में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि बैठेंगे, लेकिन सामने रखा होगा राजदंड। राजदंड किस धर्म के राजा इस्तेमाल करते थे?

होम मिनिस्ट्री की ओर से जारी सेंगोल को ध्यान से देखिए उसके मूठ पर नंदी विराजमान हैं! नंदी, शिव की सवारी हैं। शिव हिंदू धर्म का आधार है

हमारा संविधान सर्व धर्म समभाव की बात करता है। लेकिन, लोकतंत्र की आत्मा संसद में राजदंड रखा जाएगा।

राजदंड को सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक बताया जा रहा है। कौन सी सत्ता का हस्तातंरण? किसको सत्ता का हस्तांतरण?

तो महाराष्ट्र के ब्राह्मणों को सत्ता का हस्तांतरण… सोचिएगा। आरएसएस का प्रमुख कौन है? 2025 की पहली तारीख में अभी 19 महीने बाकी हैं!

वेलकम टू हिंदू राष्ट्र…

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