पत्नी को है बच्चे की ख्वाहिश, बेरोजगार पति बोला-लॉकडाउन में नहीं है कमाई, अभी नहीं चाहिए बच्चा

PATNA : एक तरफ कोरोना (Corona pandemic) के मामले बढ़ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ घरेलू फसाद के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. छोटी बातों पर तूल पकड़ते ये झगड़ा अब थाने तक पहुंचने लगे हैं. बात कुछ भी हो न पत्नी मानने को राजी होती है और न ही पति. ऐसा ही एक ताजा मामला शनिवार को पटना गर्दनीबाग महिला थाना में देखने को मिला जिसमें एक महिला इसलिए थाना पहुंच गई क्योंकि उसे बच्चे की ख्वाहिश है और बच्चा (Baby) चाहती है, लेकिन पति बच्चे के लिए तैयार नहीं है. इसे लेकर दोनों के बीच बात ऐसी बढ़ी की दोनों महिला थाना पहुंच गए.

दरअसल, पटना सिटी के रहने वाले सद्दाब और सगुफ्ता शादी पिछले साल अप्रैल में हुई थी. पत्नी का कहना है कि शादी को एक साल हो गए है. आस-पास और रिश्तेदार वाले बाते बनाने लगे हैं. यहां तक कि उसके बाद शादी हुई उसकी छोटी बहन को भी एक बच्चा है, जिसकी वजह से घर से लेकर बाहर वाले तक ताने देने लगे हैं. लेकिन पति का कहना है कि वो अभी बच्चे की परवरिश के लिए तैयार नहीं है. रिश्ता पति और पत्नी का है, लेकिन इस लॉकडाउन ने इस रिश्ते में कड़वाहट डाल दी है. नतीजा ये है कि अब दोनों थाने में बैठे है और यहां भी तू-तू मैं-मैं कर रहे हैं.

महिला का थाने में आने की वजह तो बच्चे के लेकर विवाद था, लेकिन इस झगड़े के तह में कोरोना काल में हुई बेरोजगारी भी है. पत्नी अपने पति से इसलिए भी परेशान है क्योंकि वो लॉकडाउन तो छोड़ दीजिए आम दिनों में भी दिनभर घर में बैठा रहता है. वहीं पति कहता है कि पत्नी के घरवालों ने सब कुछ देख कर शादी की है. उन्हें पता था कि में बेरोजगार हूं, इसलिए में काम नहीं करूंगा.

अब आप इसे बेरोजगारी का झगड़ा माने या फिर बच्चे का झगड़ा, लेकिन असल में ये झगड़ा कोरोना काल में हुए लॉकडाउन की कहानी है. सरकार लोगों को कोरोना से बचने के लिए घरों में रहने की हिदायत दे रही है, लेकिन घर में रह कर ऐसे अजीबों गरीब मामले आ रहे हैं. उससे कही न कही पुलिस अधिकारी की नींद उड़ा रखी है. फिलहाल इस मामले में पुलिस दोनों की काउंसिलिंग कर रही है और घर बचाने की कोशिश में जुटी है.

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