ये कैसी सीमा सील‌? ट्रक से 100 मजदूर आए; घर चले गए, बिहार पुलिस को पता ही नहीं

SAMASTIPUR : नगर थाने की दूरी 50 मीटर, मुफस्सिल थाना 30 मीटर व एसडीओ कार्यालय सामने फिर भी सोमवार की सुबह पौ फटते ही ट्रक भर कर मजदूर आए व आराम से उतर कर घर की ओर चले गए। लेकिन स्थानीय पुलिस व प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी।चर्चा है ट्रक कोलकाता से आया था और सवार करीब सौ मजदूर बूढ़ी गंडक नदी का पुल पार कर मुक्तापुर की ओर रवाना हो गए।

अब सवाल उठता है कि इतनी चौकसी के बावजूद ट्रक जिले में कैसे प्रवेश कर गया। अगर ट्रक पर सवार हो कर आने वाले लोगों में कोई कोरोना पॉजिटिव हुआ तो वह कितने और लोगों को बीमारी बांट देगा। नगर पुलिस के पदाधिकारियों का कहना है कि ट्रक से मजदूरों के उतरने की सूचना मिली थी। जबतक पुलिस की टीम मौके पर पहुंची ट्रक व मजदूर दोनों फरार हो चुके थे। नगर पुलिस का कहना है कि ट्रक व आने वाले मजदूरों के बारे में पता लगाया जा रहा है।

21 दिनों तक क्वारेंटाइन में रखे गए 122 प्रवासी मजदूर : हसनपुर प्रखंड क्षेत्र में पिछले दो दिनों रविवार व सोमवार को अलग-अलग जगहों से पहुंचे 122 प्रवासी मजदूरों को मेडिकल जांच के बाद अगले 21 दिनों के लिए प्रखंड क्वारेंटाइन सह आपदा राहत केंद्र में रखा गया है। सीओ आनंद चंद्र झा ने बताया कि हसनपुर पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। प्रशासनिक तौर पर क्वारेंटाइन सेंटर में रखे जाने वाले लोगों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। रविवार को 100 व सोमवार की दोपहर तक 22 प्रवासी मजदूर हसनपुर पहुंचे थे।

बिना जांच के ही चुपके से घर आने की सूचना से लोगोें में दहशत : बताया गया है कि सूरज चढ़ने के बाद ट्रक से भर कर मजदूरों के आने व बिना कोई जांच के चुपके से घर की ओर चले जाने की सूचना के बाद आसपास के लोग दहशत में हैं। लोगों का कहना है कि जब जिले की सीमाओं पर पुलिस की तैनाती है तो किस तरह ट्रक से भर कर मजदूर मुख्यालय में वह भी नगर थाने के सामने पहुंच जाते हैं और पुलिस को भनक तक नहीं लगती। यह बहुत बड़ी लापरवाही है। इस तरह व्यवस्था रही तो संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है।

साइकिल व अन्य सवारियों से भी पहुंच रहे हैं लोग : लॉक डाउन के बावजूद जिले में साइकिल, ठेला , रिक्शा, व अन्य सवारियों के अलावा बड़ी संख्या में लोग रोज पैदल भी परदेशों से पहुंच रहे हैं। परदेशों से आने वाले लोगों पर अगर पुलिस की नजर पर जाती है तो उसे अस्पताल पहुंचा कर जांच कराई जाती है। अन्यथा लोग चुके से घर चले जाते हैं। जिससे इस बीमारी के फैलाव का डर बना हुआ है।

कोलकाता के विभिन्न जूट मिलाें में काम करते थे मजदूर : ट्रक सोमवार की सुबह करीब साढ़े पांच व छह बजे के बीच एसडीओ कार्यालय के पास आकर रुकी थी। ट्रक से सौ के करीब बैग आदि लेकर मजदूर उतरे थे। ट्रक से उतरने वालों में महिलाएं भी शामिल थीं। ट्रक से उतरने वाले अधिकतर लोग बूढ़ी गंडक नदी पार कर मुक्तापुर की ओर चले गए। चर्चा यह भी है कि ट्रक से आने वाले मजदूर कोलकाता के विभिन्न जूट मिलाें में काम करते थे। कोई व्यवस्था नहीं होने के बाद आपसी चंदा कर ट्रक से समस्तीपुर पहुंचे हैं।

दोषी पर कार्रवाई होगी : जिले की सीमा पर चौकसी के बावजूद ट्रक पर सवार होकर मजदूर कैसे पहुंच गए हैं। मामले की जांच करा कर दोषी पर कार्रवाई होगी। गश्ती व चेकिंग में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। -विकास बर्मन, एसपी

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *