कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन शुरू, कहा-गांधी परिवार से बाहर का कांग्रेस अध्यक्ष बना तो पार्टी टूट जाएगी

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PATNA : कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि मुझे रिप्लेस करने की प्रक्रिया शुरू करें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान, पूर्व मुख्यमंत्री मनमोहन सिंह और वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने उनसे पद पर बने रहने को कहा। बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनिया गांधी ने रविवार को भी पार्टी के नेताओं से नया अध्यक्ष खोजने को कहा है। हालांकि, कांग्रेस ने सोनिया के इस्तीफे की खबरों का खंडन किया है। राहुल गांधी पहले ही पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। तब सोनिया ने अगस्त में एक साल के लिए अंतरिम अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। इस साल 10 अगस्त को उनका कार्यकाल पूरा हो गया। पिछली सीडब्ल्यूसी की बैठक में उनसे पार्टी की बागडोर संभालने का कहा गया। तब सोनिया ने कहा था कि उन्हें पार्टी का नेतृत्व करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।

अपडेट्स
सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह समेत 40 से ज्यादा नेता शामिल हैं।
मध्यप्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए कई योग्य उम्मीदवार हैं। इनमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, रेहान वाड्रा और मिराया वाड्रा हैं। कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए कि कांग्रेस उस स्कूल की तरह है, जहां सिर्फ हेडमास्टर के बच्चे ही क्लास में टॉप आते हैं।
सोमवार सुबह दिल्ली स्थित पार्टी के मुख्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कहा कि गांधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष बना तो पार्टी टूट जाएगी।

बैठक में पार्टी के सामने 4 विकल्प ​​​​​

  1. सोनिया पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहें। अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया का समयबद्ध ऐलान हो जाए।
  2. चुनाव के जरिए राहुल के पार्टी प्रमुख बनने तक गैर गांधी वरिष्ठ नेता को अध्यक्ष बनाया जाए। इनमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे और मुकुल वासनिक का नाम चल रहा है।
  3. राहुल को अध्यक्ष बनने के लिए मनाया जाए। वैसे भी सीडब्ल्यूसी ने तकनीकी तौर पर उनका इस्तीफा स्वीकारा नहीं है। राहुल को संगठन में व्यापक फेरबदल करने के अधिकार भी दिए जा सकते हैं।
  4. अध्यक्ष के लिए राहुल के नाम का प्रस्ताव आ सकता है। माना जा रहा है पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल अध्यक्ष के लिए राहुल का नाम आगे कर सकते हैं। अगर कार्यसमिति चुनाव का फैसला लेती है तो बात वहीं खत्म हो सकती है।

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