पटना जंक्शन के पास 15 करोड़ की हेरोइन के साथ तस्कर गिरफ्तार, MP से आया था डिलीवरी करने

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PATNA : बिहार की राजधानी पटना (Patna) नशीले पदार्थों का बड़ा हब बनता जा रहा है. यहां आए दिन नारकोटिक्स डिपार्टमेंट और डीआरआई (Narcotics Department And DRI) की टीम राजधानी में छापेमारी कर नशीले पदार्थों की बड़ी खेप पकड़ रही है. एक बार फिर से नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ डीआरआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. शुक्रवार की देर शाम नारकोटिक्स डिपार्टमेंट और डीआरआई की टीम ने पटना जंक्शन के पास एक तस्कर को करीब 3 किलोग्राम हेरोइन (Heroin) के साथ गिरफ्तार किया है. इस घटना से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है. जानकारी के मुताबिक, टीम ने उस वक्त तस्कर को गिरफ्तार किया है जब वह हेरोइन की डिलीवरी करने पटना आया था. बरामद हेरोइन की कीमत करीब 15 करोड़ आंकी जा रही है. दरअसल, डीआरआई की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि मध्य प्रदेश के मंदसौर स्थित लसूडिया का रहने वाला किशनलाल नामक शख्स हेरोइन की डिलीवरी करने पटना पहुंचा है. इसके बाद डीआरआई की टीम ने जाल बिछाकर पटना जंक्शन के पास तस्कर किशनलाल को गिरफ्तार कर लिया. किशनलाल ने डीआरआई टीम को जो जानकारी दी उसके अनुसार, इस हिरोइन की डिलीवरी रक्सौल के मास्टर नाम के व्यक्ति को करनी थी. और उसी के कहने पर वह डिलीवरी देने पटना आया था.

हालांकि, मास्टर को डीआरआई की टीम गिरफ्तार नहीं कर पाई है. किशनलाल ने अभी बताया कि रक्सौल के मास्टर के कहने पर वह हेरोइन लेकर पटना आया है. उससे उसकी मुलाकात चेन्नई जेल में 2002 में हुई थी. दरअसल, किशनलाल को 2002 में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने चेन्नई में मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था और करीब 10 साल तक वह चेन्नई की जेल में रहा. इसी दौरान उसकी मुलाकात रखरखाव के कथित मास्टर से हुई थी. पूछताछ के क्रम में किशनलाल ने जो जानकारी दी है उसके हिसाब से मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर उसकी अपनी जमीन भी है, जहां पर वह पिछले कई सालों से खुद ही अफीम की खेती करता है. इसके बाद केमिकल की मदद लेकर अफीम से हेरोइन तैयार किया जाता है. वहीं, डीआरआई की टीम मास्टर की तलाश में बेतिया रवाना हो गई है.

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