सुशांत केस छोड़ बोले अर्नब गोस्वामी- वादा करता हूं, रिपब्लिक टीवी दिलाएगा किसानों को न्याय

रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ और पूछता है भारत नाम का शो होस्ट करने वाले अर्नब गोस्वामी ने अपने टीवी स्टूडियो से अब किसानों को न्याय दिलाने का वादा किया है। किसान आंदोलन शुरू होने से पहले तक वह सुशांत सिंह राजपूत की मौत को मर्डर बता कर ऐक्टर के परिवार व फैंस को न्याय दिलाने का वादा करते रहे थे।

अर्नब ने कहा, ‘आज किसान सड़क पर हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं वादा करना चाहता हूं कि रिपब्लिक भारत उन्हें न्याय दिलाकर रहेगा। किसी भी कीमत पर उनके साथ अन्याय नहीं होगी। यह हमारा अपने अन्नदाताओं से वादा है। एक देश तभी खुशहाल हो सकता है जब निवाला खिलाने वाला अन्नदादा खुशहाल हो। किसानों को किसी का मोहताज न होना पड़े। रिपब्लिक भारत चाहता है कि किसानों के फसल की पूरी कीमत मिले। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा हूं लेकिन मैं किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि उन्हें भी बहुत चौकन्ना रहना होगा क्योंकि कुछ लोग उनके बीच अपनी सियासी रोटियां सेकना चाहते हैं।’

अर्नब ने स्टूडियो से कहा, ‘किसानों को सतर्क रहना होगा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग उनके आड़ में राजनीति न करे। जो लोग सरकार से सीधी लड़ाई नहीं लड़ सकते वे किसानों का इस्तेमाल करते हैं। हम प्रण लेते हैं कि ऐसा होने नहीं देंगे। ऐसे तमाम चेहरों को बेनकाब करेंगे। किसी भी समस्या का हल बातचीत से निकलता है लेकिन अगर कोई किसानों के बीच घुसकर उन्हें भड़काने की कोशिश करे तो हम यह नहीं बर्दाश्त कर सके। किसानों के बीच कोई नक्सली, माओवादी नहीं हो सकता। समझने वाले मेरी बात समझ लें।’

शाहीन बाग को टारगेट करते हुए अर्नब ने कहा यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ किसानों का है, यहां शाहीन बाग वाले नहीं हो सकते। इसमें किसान ही होने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं पूछता हूं कि किसानों के प्रदर्शन में भीम आर्मी के चंद्रशेखऱ का क्या काम है। योगेंद्र यादव और अनिल भारद्वाज जैसे लोगों का क्या काम है? पार्टी का झंडा उठाकर ये लोग किसानों के समर्थक बनते हैं। ये किसानों के हमदर्द बनते हैं। ये नक्सली टुकड़े-टुकड़े गैंग से हैं। जब किसान सियासत में आना चाहते तो क्या ये लोग उन्हें चुनाव लड़ने देंगे। आज टुकड़े गैंग इसमें घुस रही है। क्या किसान शरजील इमाम को गलत बताए तो भी क्या ये लोग साथ देंगे। ये अवसरवादी लोग जहां मौका मिलता है वहीं पहुंचकर राजनीति का जाल बुनने लगते हैं।’

गोस्वामी ने कहा, ‘इनका मकसद देश की चुनी हुई सरकार को नीचा दिखाना है। जरूरत है कि हम ऐसी ताकतों से सतर्क रहें। मैं हैरान हूं कि विदेशी भी हमारे देश के मुद्दे पर बोले लगे। ये कौन है कनाडा का प्रधानमंत्री। जस्टिन ट्रुडो ने किसानों के मुद्दे पर बात की। उन्हें किसने यह हक दिया। किसानों की लड़ाई में सब अपना फायदा देख रहे हैं। किसानों के साथ छल हो रहा है।’

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