अब 31 अक्टूबर तक पटना से चलेंगी जयनगर-सहरसा-कटिहार-गया इंटरसिटी ट्रेनें

पूर्व मध्य रेल में इंटरसिटी स्पेशल ट्रेनों को अब 31 अक्टूबर तक चलाने का निर्णय लिया गया है. इन ट्रेनों का परिचालन बुधवार 30 सितंबर को समाप्त हो रहा था. पूर्व मध्य रेल के जनसंपर्क पदाधिकारी ने यह सूचना दी है. इन स्पेशल ट्रेनों कि सभी सीटें आरक्षित होंगी. इधर, झारखंड, बिहार और बंगाल के लिए आज से खुलने वाली दो ट्रेनों को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.

पूर्व मध्य रेल के जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया है कि पूर्व मध्य रेल द्वारा चलाई जा रही इंटरसिटी स्पेशल ट्रेनें अब 31 अक्टूबर तक चलेंगी. इन स्पेशल ट्रेनों कि सभी सीटें आरक्षित होंगी.यात्रा के दौरान यात्रियों को कोविड-19 के सभी प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. सभी को माफ करना अनिवार्य होगा. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. साथ ही साथ सैनिटाइजर का भी प्रयोग करना होगा.

इंटर इंटरसिटी स्पेशल ट्रेनों में सहरसा-पटना-सहरसा : 02567/02568, कटिहार-पटना-कटिहार : 05713/05714, पटना-भभुआ रोड-पटना (वाया गया) : 03243/03244, राजेंद्र नगर-जयनगर-राजेंद्र : 03226/03225, राजेंद्र नगर-सहरसा-राजेंद्रनगर : 03228/03227 शामिल है.

झारखंड बंगाल में स्थगित हुई ट्रेनें : इधर, साहिबगंज रेलखंड होकर यात्रियों के लिए आज एक अक्टूबर से दो ट्रेनें भी चलायी जानी थी. इसकी अधिसूचना रेलवे द्वारा पूर्व में ही जारी कर दी गयी थी. लेकिन, अब दोनों ट्रेनों को स्थगित कर दिया गया है. इनमें जमालपुर हावड़ा सुपर एक्सप्रेस और दूसरी ट्रेन मालदा दिल्ली फरक्का एक्सप्रेस का परिचालन अगले आदेश तक स्थगित हो गया है.

आपको बता दें कि इन ट्रेनों को चलाने के पहले ही डिवीजन स्तर पर तैयारी कर ली गयी थी और इस कोरोना संकट में एक अक्टूबर से कोविड-19 स्पेशल के रूप में दो ट्रेनें चलायी जानी थी. लेकिन, दोनों ट्रेनों का परिचालन अगले आदेश तक स्थगित कर करने से लोगों में नाराजगी है. इन ट्रेनों के चलने से बंगाल, झारखंड व बिहार के लोगों को सफर करने में सहूलियत होती.

आपको बता दें कि साहिबगंज भागलपुर रेलखंड होकर मात्र एक डिब्रूगढ़ दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल व एक पैसेंजर ट्रेन साहिबगंज जमालपुर व कियूल के बीच चल रही है. वहीं हावड़ा जमालपुर एक्सप्रेस ट्रेन व फरक्का एक्सप्रेस न चलने से व्यापार पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है. इसी ट्रेन से सफर कर बिहार व झारखंड के व्यापारी बंगाल से कारोबार करते थे.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *