छठ को लालू ने नहीं, पूर्व CM राबड़ी ने बना दिया ब्रांड, बना इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ इंडिया
PATNA : आज छठ है। सभी लोग छठ मनाने घाट पर जा रहे हैं। राजद नेता लालू प्रसाद के घर इस बार छठ का आयोजन नहीं हो रहा है। बीमार होने के कारण लालू का रिम्स में ईलाज चल रहा है। दूसरी और तलाक प्रकरण के बाद तेजप्रताप के घर नहीं लौटने के कारण राबड़ी ने इस बार छठ नहीं करने का निर्णय लिया है। वैसे अपने पूर्व के बयान में लालू कई बार कह चुके हैं कि मेरी वजह से इसे राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली।’
इस पर्व की विशेषता के बारे में आरजेडी प्रमुख ने कहा कि इस पूजा में आधुनिकता का दिखावटी प्रदर्शन नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘लोग कहते हैं कि मेरी वजह से छठ पूजा को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली। मुझे कई लोगों से बधाई संदेश मिले हैं, ऐसे शुभचिंतकों को मैं इतना कहना चाहता हूं कि जो कुछ है, वह सब आपके प्यार, समर्थन, सहयोग और विश्वास की बदौलत है।
पिछले साल अपने संदेश में लालू ने कहा था कि छठ महापर्व पूरे तरीके से इको फ्रेंडली, समतावादी और समाजवादी सोच के प्रतीक का पर्व है। इसमें किसी पंडित या पुरोहित की जरूरत नहीं होती। इस पर्व में इस्तेमाल होने वाली तमाम चीजें प्राकृतिक होती हैं। छठ में इस्तेमाल होने वाली तमाम चीजें हर आय वर्ग की अप्रोच में होता है। बता दें, लालू प्रसाद यादव के परिवार में इस बार छठ का पर्व नहीं मनाया गया है। राबड़ी देवी ने स्वास्थ्य कारणों से इस बार ये व्रत नहीं रखा। उन्होंने कहा कि दोनों बेटों की शादी के बाद ही वह अब छठ का व्रत रखेंगी।
वैसे वरिष्ठ पत्रकार कुमुद सिंह लालू की बातों से इत्तेफाक नहीं रखती हैं। उनके अनुसार लालू ने नहीं पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने छठ को बिहार का ब्रांड बना दिया। कुमुद सिंह कहती हैं कि लालू यादव का यह दावा गलत है कि उनके कारण छठ को इंटरनेशनल लेवल पर पहचान मिली है। छठ को ब्रांड बनाने का काम बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री राबडी देवी ने किया। लालू के कार्यकाल तक छठ बिहार का एक सामान्य पर्व था, लेकिन मुख्यमंत्री के गंगाघाट पर आकर छठ करने से प्रशासन के साथ ही मीडिया में भी इस पर्व को लेकर नजरिया बदला और छठ ब्रांड बिहार बन गया। राबडी ने छठ को वैसे ही ब्रांड बनाया जैसे मिथिला की महारानी हेमावती ने चौठचन को ब्रांड बना दिया था।
छठ पर्व पुरातनकाल से दस साल के पहले भी था
Jai chhathi maiya