CM नीतीश ने किया राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान, कहा- समर्थक और विरोधी दोनो हैरान

नीतीश का मास्टर स्ट्रोक , विरोधी अवाक

बिहार की राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले और पिछले करीब तीन दशक से बिहार ही नही देश की राजनीति में सुर्खियो में रहने वाले सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज चुनावी प्रचार के अंतिम दिन और अपनी अंतिम सभा पूर्णिया जिले के धमदाहा में चुनावी राजनीति से सन्यास लेने का एलान कर दिया है. नीतीश के इस एलान से उनके समर्थक और विरोधी दोनो हत प्रभ है.

शायद ही किसी को भान होगा कि नीतीश इतना बड़ा फैसला ले सकते है.पिछले 15 वर्षो से बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश ने कई बड़े उतार चढाव देखे, खासकर 2014 के लोक सभा चुनाव में अपनी पार्टी की बुरी तरह से पराजय के बाद सी एम पद से इस्तीफा देने वाले नीतीश ने जब 9 महीने बाद फिर से कुर्सी संभाली तो शायद उन्हे इसका आभास नही हुआ होगा कि 2015 के विधान सभा चुनाव में जिस जनता ने उन्हें सिर आंखो पर बिठाया लेकिन 5 वर्ष बीतते बीतते उन्हें राजनीति से सन्यास लेने का एलान करना पड़ेगा.

बिहार में चुनावी समीकरण और चुनाव परिणाम पर हम फिर कभी विस्तार पूर्वक चर्चा करेगें लेकिन फिलहाल यह कह सकते है कि नीतीश ने इस मास्टर स्ट्रोक चलकर अपने उन विरोधियो का भी मुंह बंद कर दिया है जिन्होने किसी भी कीमत पर नीतीश को सी एम नही बनने देने या सूबे में वगैर नीतीश के नयी सरकार बनाने का दावा किया था.

यानि बिहार की राजनीति में नये खेल की शुरूआत आज से नीतीश ने शुरू कर दी है. भले ही वे चुनावी राजनीति से सन्यास ले रहे हो लेकर सत्ता की राजनीति का अंतिम अवसर उन्होने अपने हाथ में रखा है. यानि अगर इस मार्मिक अपील का असर इस चुनाव में दिखता है तो नीतीश फिर से सी एम पद पर काबिज होंगे. अगर नीतीश हार जाते है तो फिर वह उन विरोधियो को भी सी एम के पद पर काबिज नही होने देगें जिन्होने नीतीश के समर्थन के वगैर सरकार बनाने का दावा किया था.

यानि इतना तय है कि अगर नीतीश खुद सी एम नही बने तो अपने उन विरोधियो को जरूर सबक सिखाने की कोशिश करेगें जिन्होने उन्हे दर्द दिया है.चाहे वह कोई हो. दूसरी बात अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में फिर नीतीश का समाजवादी प्रेम उमड़ पड़े तो कोई आश्चर्य नही. फिलहाल यह जरूर कहा जा सकता है कि नीतीश परेशान भले है लेकिन अभी पराजित नही हुए है.यानि अंतिम मैच को वह यादगार बनाकर जाना चाहते है. फिलहाल नीतीश के अगले कदम के लिये 10 नबंबर तक इंतजार करना पड़ेगा.

-अशोक कुमार मिश्र

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