कोराना ने रोकी विकास की रफ्तार, 1400 करोड़ के प्रोजेक्ट अटके, बरसात बाद ही शुरू होने की संभावना

Patna: कोरोना संकट ने पूरी दुनिया की रफ्तार रोक दी है. कोरोना को हराने के लिए किए गए लॉक डाउन का जिले में हो रहे विकास कार्यों पर भी व्यापक असर पड़ेगा. इस संकट ने जिले में धरातल पर उतरने वाली करीब 1400 करोड़ की कई महत्वपूर्ण योजनाओं के पूरा होने का डेटलाइन टाल दिया है. अब इन योजनाओं को पूरा होने महीनों का वक्त बढ़ सकता है. निर्माण करने वाली एजेंसियों के लागत खर्च पर भी असर पड़ने की संभावना बन सकती है. इसका मुख्य कारण है वर्करों का पलायन. विकास कार्यों को गति देने के लिए वर्करों को लौटते-लौटते जून का महीना शुरू हो जाएगा. 15 जून से मानसून उतर आएगा. इधर गंडक में बाढ़ की स्थिति भी 15 जून से बनने लगती है. ऐसे में जिले की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं. जानिए- कौन सी योजनाओं पर कोरोना महामारी का ज्यादा असर हो सकता है.

बंगराघाट महासेतु
बैकुंठपुर के मटियारी में गंडक पर 509 करोड़ से बंगराघाट पुल का निर्माण इसी महीने में पूरा होना था. निर्माण अप्रैल 2014 में शुरू हुआ था. निर्माण हरियाणा की एसपी सिंगला कंपनी करा रही है. साइट इंजीनियर शंभू कुमार सिंह ने बताया 95% काम पूरा हो गया है. इस पुल से सारण प्र मंड से चंपारण और तिरमहू प्रमंडल की दूरी सिमट जाएगी. जिले के लोगों को मुजफ्फरपुर और दरभंगा जाने में 40 किमी की बचत होगी.

डुमरिया घाट नया ब्रिज

डुमरिया घाट में अधूरा पड़े नए पुल को बनाने के लिए एनएचएआई ने 169 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी गई है. इस राशि में नए पुल के निर्माण के साथ खरमपुर और बरहम में सड़क अंडरपास भी शामिल है. पुराने पुल के समानांतर 900 मीटर लंबी इस महासचेतक का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था. करीब 250 करोड़ से बन रहा यह पुल 2013 में कैक कर गया. निर्माण करा रही पीसीएल कंपनी काम अधूरा छोड़ कर भाग गई. अक्टूबर तक पूरा करने टास्क दिया गया है.

बंजारी फ्लाईओवर

बंजारी से जियापुर चौक तक एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना 2020 के अंत तक बन कर तैयार होना है. इसका निर्माण 2005 में शुरू हुआ था. 2009 से 2015 तक काम बंद रहा. 2016 में 1860 मीटर लंबी इस फ्लाईओवर का निर्माण शुरू हुआ. इसके निर्माण के लिए फिर से डिजाइन और डीपीआर तैयार किया गया है. इस पर 200 करोड़ की राशि खर्च होनी है. इसके बनने से शहर में जाम से छुटकारा मिलेगा. लंबी दूरी के वाहनों को तेज गति मिलेगी.

291 करोड़ की योजनाएं पूरी होनी थीं

जिले भर मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना की 1025 योजनाएं इस महीने में पूरी होनी थी. इस पर 291 करोड़ की राशि खर्च हो रही है. इनमें नल जल योजना, नली-गली योजना और जल जीवन हरियाली की सैकड़ो योजनाएं शामिल हैं. इस राशि में 84.3 करोड़ से 3 सड़कें भी शामिल है, जिनका निर्माण पूरा होना था. कोरोना संकट के कारण कई योजनाएं अधूरी पड़ गई है. अब इनके पूरा होने में समय लग सकता है.

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