हेनरिक क्लासेन ने 33 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास, अब परिवार के साथ बिताएंगे समय

By Rajveer

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हेनरिक क्लासेन

03 जून 2025 | स्पोर्ट्स डेस्क : दक्षिण अफ्रीका के दाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने 33 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। वे अब सफेद गेंद (ODI और T20) के फॉर्मेट में भी नहीं खेलेंगे। इससे पहले वे 2024 में टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके थे।

क्लासेन – स्पिन गेंदबाजों के ‘विनाशक’

हेनरिक क्लासेन को क्रिकेट जगत में एक आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर जाना जाता है, खासकर स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उनकी ताकतवर बल्लेबाजी ने उन्हें खास पहचान दिलाई। उन्होंने 2018 में वनडे और टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था और देखते ही देखते वे दक्षिण अफ्रीका की सीमित ओवरों की टीम में एक मजबूत कड़ी बन गए।

करियर की झलक

फॉर्मेटमैचरनस्ट्राइक रेटऔसतसबसे बड़ा स्कोर
वनडे (ODI)602,000+~44174 बनाम ऑस्ट्रेलिया (2023)
टी20I58~141.84~~

उनकी 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 174 रनों की पारी को आज भी याद किया जाता है, जो नंबर 5 पर खेलते हुए दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है।

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क्लासेन का भावुक बयान

सोमवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए क्लासेन ने कहा:

यह मेरे लिए एक दुखद दिन है, लेकिन मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है। ये फैसला लेना आसान नहीं था, लेकिन अब मुझे संतोष है कि मैं अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिता पाऊंगा।

उन्होंने कहा कि बचपन से ही देश के लिए खेलने का सपना देखा था, और जब उन्हें दक्षिण अफ्रीका की जर्सी पहनने का मौका मिला, तो वह उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान था।

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बनाए अमूल्य रिश्ते

क्लासेन ने कहा कि इस सफर में उन्हें बेहतरीन दोस्त और कोच मिले जिन्होंने उन पर विश्वास जताया, और वे हमेशा उनके आभारी रहेंगे।

प्रोटियाज की जर्सी पहनना मेरे करियर का सबसे गौरवपूर्ण पल रहा। मैं आगे भी दक्षिण अफ्रीका की टीम का समर्थन करता रहूंगा।

अब परिवार के साथ बिताएंगे समय

अब जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, क्लासेन का कहना है कि वे अपने परिवार के साथ जीवन के नए अध्याय की शुरुआत करना चाहते हैं।

निष्कर्ष

हेनरिक क्लासेन ने कम समय में ही क्रिकेट की दुनिया में अपनी एक खास पहचान बनाई। उनकी पारी न सिर्फ रन बनाती थी, बल्कि टीम को जीत की ओर भी ले जाती थी। अब जब उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा है, तो फैंस के दिलों में उनकी यादें और शानदार पारियां हमेशा जिंदा रहेंगी।