होटल में वेटर की नौकरी करने वाला हिमांशु बना SDM, दिन में काम और रात को करता था जमकर पढ़ाई

होटल का वेटर बना नायब तहसीलदार, हिमांशु की संघर्ष से सफलता की कहनी बनी प्रेरणा : आपने फिल्मों में देखा होगा की सड़क पर या होटल में काम करने वाला लड़का रातों रात बड़ा आदमी या अफसर बन जाता है और ढ़ेर सारा पैसा कमाने लगता है, लेकिन आज जो कहानी हम आपको सुनाने जा रहे हैं वह फिल्मी नहीं बल्कि रियल है। लड़का बचपन से पढ़ने में काफी तेज और होशियार था। गरीबी के कारण उसने हिम्मत हारने के बदले होटल में वेटर की नौकरी करने लगा। इस दौरान पढ़ाई भी करता रहा। दिन भर काम और रात को पढ़ाई। आखिरकार उसकी मेहनत सफल हो गई वह तहसीलदार अर्था एसडीएम बन गया है।

हर मुश्किल को आसान कर अपने सपनों को पूरा करने की ये कहानी है हिमांशु की है. हरियाणा के बहादुरगढ़ के जाखौदा मोड़ बाईपास पर स्थित देशी ढाणी होटल में वेटर का काम करने वाले हिमांशु उत्तर प्रदेश में नायब तहसीलदार बन गए हैं. वेटर से नायब तहसीलदार के इस सफर में कई बाधाएं आई. कई बार हौसला भी जवाब देने लगा, लेकिन हर बार खुद को संभालते हुए हिमांशु ने अपने लक्ष्य पर फोकस बनाए रखा और यूपी पीसीएस की परीक्षा पास कर सफलता पाई. हिमांशु की सफलता से देशी ढाणी होटल का स्टाफ और परिवार बेहद खुश है और हिमांशु का देशी ढाणी होटल पर जोरदार स्वागत किया गया.

हिमांशु उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के पास ओरैया के रहने वाले हैं. पिता रेलवे में कर्मचारी थे, कुछ समय पहले उनका देहांत हो गया. हिमांशु के दो छोटे भाई भी हैं, जो फिलहाल पढ़ाई कर रहे हैं. माता पिता का साथ देने के लिए हिमांशु ने पढ़ाई के बाद काम शुरू कर दिया था. पहले बैंक के ग्राहक सेवा केन्द्र में काम किया. उसके बाद देशी ढाणी होटल पर वेटर का काम करने लगे. हालांकि, हिमांशु ने कभी अपने घर पर नहीं बताया कि वो वेटर का काम करते हैं.

हिमांशु के जीवन में कई बार वो पल आया जब उन्हें प्याज रोटी खाकर ही सोना पड़ा था, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी. होटल स्टाफ और मालिक से भी उन्हें पढ़ाई और परिवार को चलाने में काफी मदद मिली. हिमांशु का कहना है कि, वो दिन में काम करते और रात में अपनी पढ़ाई करते थे. हिमांशु आगे कहते हैं कि, ज्ञान जितना हो सके उतना हासिल करते रहना चाहिए क्योंकि ज्ञान हमेशा आपकी रक्षा करता है और आपको सफल बनाता है. हिमांशु ने बताया कि, वेटर से नायब तहसीलदार के इस सफर में खाना परोसने के साथ टेबल साफ करने तक का काम किया.

वहीं देशी ढाणी के मालिक सुनील खत्री ने बताया कि, हिमांशु बेहद मेहनती लड़का है, उसने कभी काम से जी नहीं चुराया. हमेशा हंसते हुए हर काम किया और अपनी पढ़ाई भी जारी रखी. बता दें कि, हिमांशु ने एमकॉम कर रखा है. हिमांशु को वर्दी से बेहद प्यार है इसीलिए पहले फौज में जाना चाहते थे, लेकिन वो सपना पूरा नहीं हो पाया तो अब हिमांशु यूपीएससी क्लीयर कर पुलिस अफसर बनने की ख्वाहिश रखते हैं.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *