अभी-अभी: मायावती के भाई पर इनकम टैक्स अधिकारियों का बड़ा एक्शन, 400 करोड़ की सम्पत्ति जब्त

PATNA:  उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की मुसीबत और बढ़ सकती है। शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग ने मायावती के भाई और भाभी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने 400 करोड़ के बेनामी प्लॉट को जब्त किया है। ये प्लॉट उत्तर प्रदेश के नोएडा में है। मायावती के भाई आनंद कुमार की संपत्ति की जांच आयकर विभाग कर रहा था।

आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्र लता के इस बेनामी प्लॉट को जब्त करने का आदेश 16 जुलाई को विभाग की दिल्ली स्थित बेनामी निषेध इकाई (बीपीयू) ने जारी किया था। इसके बाद आज यानी 18 जुलाई को आयकर विभाग ने प्लॉट को जब्त कर लिया है। आयकर विभाग को इस जांच में पता चला कि आनंद कुमार के पास नोएडा में 28328 स्क्वायर मीटर का एक बेनामी प्लॉट है। सात एकड़ में फैले इस प्लॉट की कीमत करीब 400 करोड़ रुपए हैं।

आनंद कुमार की कुछ और बेनामी संपत्तियों की जानकारी उनके पास है, जिसे भविष्य में जब्त किया जा सकता है। आनंद कुमार के खिलाफ हुई इस कार्रवाई की आंच मायावती तक पहुंच सकती है। इस मामले की जांच आयकर विभाग के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रही है।

कहा जा रहा है कि मायावती के भाई आनंद कुमार और उनकी भाभी के बेनामी प्लॉट, बंगले और अन्य संपत्ति नोएडा में थी। यह कार्रवाई मायावती के लिए परेशानी बन सकती है। मायावती ने हाल ही में अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था।

मायावती के भाई आनंद कुमार कभी नोएडा प्राधिकरण में मामली क्लर्क हुआ करते थे। मायावती के सत्ता में आने के बाद आनंद कुमार की संपत्ति अचानक तेजी से बढ़ी। उनके ऊपर फर्जी कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये लोन लेने का आरोप भी लगा था। कहा जाता है कि उन्होंने पहले एक कंपनी बनाई थी। 2007 में मायावती की सरकार आने के बाद आनंद कुमार ने एक के बाद एक लगातार 49 कंपनियां खोलीं। देखते ही देखते 2014 में वह 1,316 करोड़ की संपत्ति के मालिक बन गए।

आनंद पर रियल एस्टेट में निवेश कर कोरड़ों रुपये मुनाफा कमाने का भी आरोप है। इस मामले को लेकर इनकम टैक्स विभाग उनके खिलाफ जांच कर रहा था। इनकाम टैक्स के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय के पास भी इस मामले की जांच है।  आपको बता दें कि आनंद कुमार नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान चर्चा में आए थे। उनके खाते में अचानक 1.43 करोड़ रुपये जमा हुए थे। इतनी बड़ी रकम उनके खाते में आने के बाद से वह एक बार फिर से जांच एजेंसियों की नजर में आ गए थे। जांच एजेंसियां पहले बी कई बार आनंद के घर और दफ्तरों में छापेमारी कर चुकी हैं।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *