अब PMCH में भी होगी कोरोना की जांच, पटना में जांच के तीन केंद्र हुए एक्टिव

Patna:अब को/रोनों के संदिग्ध मरीजों की जांच और आसान हो जाएगी. गुरुवार से पीएमसीएच में भी कोरोना की र्टेंस्टग लैब एक्टिव हो गयी है. अब यहां जांच को लेकर समस्या नहीं आएगी और न ही अब नमूना आरएमआरआई को भेजना होगा. यहां के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में अब आसानी से जांच के बाद संदिग्ध मरीजों की जानकारी ले ली जाएगी.

लैब में नमूना की क्रॉस टेस्टिंग

पीएमसीएच में लैब के नमूनों की अभी क्रॉस र्चेंकग होगी. इसके बाद दोनों जांच केंद्रों की रिपोर्ट एक सामान आई तो इसकी विश्वसनीयता सही मानी जाएगी. जितना नमूना आएगा, उसको पीएमसीएच के माइक्रो वायरोलॉजी के साथ आरएमआरआई में भी भेजा जाएगा. दोनों नमूना एक आया तो फिर कोई समस्या नहीं है. अगर कुछ अंतर होता है तो फिर इसपर और काम किया जाता है.

हालांकि आजकल ऐसी मशीनें आ रही हैं जो जांच की रिपोर्ट सही निकालती हैं. वायरोलॉजी विभाग के एक्सपर्ट बताते हैं कि जांच का नमूना संस्थान के साथ-साथ बाहर से भी लिया जाएगा. कलेक्शन में आने वाले नमूनों की जांच की जाएगी. पीएमसीएच के मरीजों के साथ बाहर के नमूनों को सही ढंग से करने के बाद संबंधित मेडिकल संस्थानों को रिपोर्ट दी जाएगी. पीएमसीएच में कई दिनों से जांच को लेकर तैयारी चल रही थी. अधीक्षक और प्राचार्य ने काफी प्रयास कर इसे शुरू कराया है.

एम्स में है टेस्टिंग लैब का इंतजार
पटना में सबसे पहले आरएमआरआई में को/रोना के संक्रमण की जांच शुरू हुई. एक सप्ताह पूर्व आईजीआईएमएस में जांच शुरू हुई तो आरएमआरआई का बोझ कम हुआ. दोनों केंद्रों पर जांच की सुविधा से मरीजों के साथ स्वास्थ्य विभाग को भी काफी राहत मिली है. इसके बाद पीएमसीएच में भी जांच शुरू हो गई. अब पूरा जोर एम्स पर है. केंद्रीय चिकित्सा स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दो दिन पूर्व एम्स पटना के निदेशक को जल्द से जल्द जांच की व्यवस्था शुरू कराने को कहा है. उम्मीद है कि बहुत जल्द एम्स में भी र्टेंस्टग लैब का शुभांरभ हो जाएगा. मंत्री अश्विनी चौबे का कहना है कि अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की जांच कराई जाए, जिससे समय रहते ही संक्रमण का पता लगाया जा सके.

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