स्वच्छता सर्वे का परिणाम जारी, बिहार के सभी शहरों का बुरा हाल, पटना बना गंदा शहर, देखिए रैंकिंग

PATNA- गंगा किनारे के शहरों में पटना छठे, फतुहा 18वें, मोकामा 28वें व दानापुर 44वें स्थान पर, पटना व सुपौल कचरामुक्त बिहार देश में 15वें नंबर पर स्वच्छता सर्वे 2023 का परिणाम जारी कर दिया गया है। बिहार से पटना और सुपौल को कचरामुक्त शहर का दर्जा दिया गया है। दोनों शहर अपने-अपने वर्ग से राज्य में पहले नंबर पर हैं। दोनों ने कचरामुक्त शहर में स्टार वन प्राप्त किया है। पटना नगर निगम को ओडीएफ प्रमाणपत्र में वाटर प्लस प्राप्त हुआ है।

केंद्रीय शहरी एवं आवास मामलों के मंत्रालय ने एक साथ 4477 शहरों की रैंकिंग जारी की है। प्रतियोगिता दो श्रेणियों में आयोजित की गई थी। एक लाख से अधिक और एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की रैंकिंग भी अलग से जारी की गई है। सर्वे में बिहार के शहरों में घर से कूड़ा संग्रह और कचरा प्रसंस्करण का काम ठीक ढंग से नहीं पाया गया है। राज्य के 142 निकायों ने प्रतियोगिता में भाग लिया था। परिणाम में पहले डेढ़ हजार शहरों में सिर्फ पटना शामिल है। ऑल इंडिया रैंकिंग में पटना 262वें व सुपौल 1600 स्थान पर है। पहले तीन हजार शहरों में सूबे के 12 शहर हैं। ये हैं – पटना, गया, बक्सर, अरेराज, दरभंगा, सुपौल, डालमियानगर, सुल्तानगंज, नासरीगंज, कोचस, बिक्रम व शेखपुरा।

एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पटना का स्थान 77वां हैं। देश के 446 शहर इस वर्ग में शामिल हैं। इनमें राज्य के 31 शहर शामिल हैं। गया 272वें व बक्सर 299वें स्थान पर है। पिछले वर्ष दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पटना 38वें स्थान पर था।

प्रतियोगिता में पटना को मिले 6320 अंक

प्रतियोगिता कुल 9500 अंकों पर हुई थी। इसमें राज्य के शहरों में सबसे ज्यादा पटना को 6320.93 अंक मिले हैं। दूसरे स्थान पर सुपौल को 3814.50, गया को 3432.30, बक्सर को 3121.82, दरभंगा को 3004.40, सुल्तानगंज को 2933.71, अरेराज को 2864.46, कोचस को2835.19, नासरीगंज को 2813 अंक मिले हैं।

भागलपुर, मुजफ्फरपुर पिछड़े

राज्य की स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त शहरों को देखें तो पटना को छोड़ अन्य तीन पिछड़ गए हैं। ऑल इंडिया रैंकिंग में मुजफ्फरपुर 3542वें, बिहारशरीफ 3574वें और भागलपुर 3831वें स्थान पर हैं। राज्य के बड़े शहरों का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा।

राष्ट्रीय रैंकिंग में 51वें स्थान पर बख्तियारपुर

गंगा किनारे के शहरों में पटना राष्ट्रीय रैंकिंग में छठे स्थान पर है। पटना का स्कोर 70.10 है। राज्य के अन्य शहरों में बड़हिया 14वें, सुल्तानगंज 15वें, फतुहा 18वें, हाजीपुर 20वें, कहलगांव 21वें, बेगूसराय 22वें, सोनपुर 23वें, मोकामा 28वें, जमालपुर 30वें, बाढ़ 33वें, मुंगेर 38वें, दानापुर 44वें, भागलपुर 50वें, बख्तियारपुर 51वें और छपरा 88वें नंबर है। छपरा का स्कोर 15.20 है। पहले पांच स्थान पर उत्तर प्रदेश के शहर हैं। इन शहरों में घाट किनारे स्वच्छता संदेश, खुले नाले, नालों के पानी की साफ-सफाई, ठोस कचरा प्रबंधन, हरा और नीला डस्टबिन, घाटों की साफ-सफाई, फीडबैक आदि पर रैंकिंग की गई है।

बिहार को 1815.25 अंक

राज्यों की रैंकिंग में बिहार को 15वां स्थान मिला है। बिहार को 1815.25 अंक मिला है। पहले स्थान पर महाराष्ट्र है, जिसे 3721.55 अंक मिला है। दूसरे पर 3657.92 अंक के साथ मध्यप्रदेश और तीसरे स्थान पर 3425.41 अंक के साथ छत्तीसगढ़ है। बिहार से ओडीएफ सर्टिफिकेट वाले शहरों की संख्या 86 है। वाटर प्लस श्रेणी में एक शहर को अवार्ड मिला है।

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