‘एक हादसे के बाद रेल मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले नीतीश सैकड़ों बच्चों के मौत पर क्यों मौन हैं’?
PATNA : रालोसपा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की खस्ताहाली को लेकर सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा है। इस दौरान वो मंगल पांडेय के इस्तीफे पर नरम जबकि सीएम पर गरम दिखें। उन्होंने कहा नीति आयोग की रिपोर्ट से जाहिर है कि बिहार में स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए सही कदम नहीं उठाए गए। मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से डेढ़ सौ से अधिक मासूमों की मौ-त इसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि गरीब के बच्चों की मौ-त सीएम नीतीश की आत्मा को नहीं झकझोर पाई, नहीं तो रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले नीतीश आज भी इस्तीफा दे देते।
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर एक दो दिन में नीतीश इस्तीफा नहीं देंगे तो रालोसपा आंदोलन करेगी। रालोसपा सड़क पर उतर कर नीतीश से इस्तीफा मांगेगी। 29 जून को मुजफ्फरपुर में मेरे नेतृत्व में धरना होगा और जुलाई के पहले सप्ताह में मुजफ्फरपुर से पटना तक की पदयात्रा भी करूंगा।
बता दें कि बुधवार को चमकी बुखार और बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन मांझी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को पूरी तरह फेल करार देते हुए उनसे इस्तीफा मांगा। मांझी ने कहा कि अगर वे इस्तीफा नहीं देते तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस्तीफा दें।
बता दें कि 1998-1999 के दरमियान कुछ समय के लिए नीतीश कुमार केंद्रीय रेल एवं भूतल परिवहन मंत्री भी रहे थे। दो अगस्त 1999 को ब्रह्मपुत्र मेल और अवध आसाम एक्सप्रेस के बीच सीधी टक्कर हुई थी। दोनों ट्रेन एक ही लाइन पर आ गई थी। इस घटना में करीब 290 लोगों की मौ-त हुई थी। जिसके बाद उन्होंने बतौर रेलमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस कदम से नीतीश कुमार की ईमानदार छवि सबके सामने आई
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